केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी कुमार राजीव रंजन और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (DA) अर्जित करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। इस मामले की जानकारी गुरुवार को सामने आई।
रंजन वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में राजस्व विभाग के सचिव के रूप में तैनात हैं। इससे पहले, वह कुपवाड़ा जिले के डिप्टी कमिश्नर रह चुके हैं और उन पर गैर-निवासियों को हजारों हथियार लाइसेंस जारी करने में अनियमितताओं का आरोप है।
CBI ने 17 फरवरी को दर्ज की गई प्राथमिकी में कुमार राजीव रंजन के साथ उनके परिवार के सदस्यों – कृपा शंकर रॉय और दुलारी देवी सहित कुछ अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है।
CBI की छापेमारी – सात ठिकानों पर जांच
CBI ने बुधवार को रंजन के जम्मू स्थित कार्यालय और वाराणसी, श्रीनगर, गुरुग्राम सहित सात स्थानों पर छापेमारी की।
- जांच एजेंसी ने उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेनदेन की जांच शुरू कर दी है।
- अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि रंजन ने कुल कितनी अवैध संपत्ति अर्जित की है।
शस्त्र लाइसेंस घोटाला – 100 करोड़ से अधिक की अनियमितता का शक
CBI 2019 से जम्मू-कश्मीर में 2012-2016 के बीच जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस की जांच कर रही है।
- अनधिकृत व्यक्तियों को 2.78 लाख से अधिक शस्त्र लाइसेंस जारी करने का आरोप है।
- अधिकारियों ने यह लाइसेंस अपने पद के दुरुपयोग और अवैध आर्थिक लेन-देन के बदले में जारी किए।
- यह घोटाला 100 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।