जयपुर, 22 जून (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बजरी कारोबारी मेघराज सिंह रॉयल (मेघराज ग्रुप) के अलग-अलग ठिकानों पर शनिवार को छापेमारी करते हुए कई दस्तावेज सहित अन्य चीजें जब्त की है। सीबीआई की टीम जयपुर में ग्रुप के दो सौ फीट बायपास के पास स्थित ऑफिस समेत चौदह ठिकानों पर छापेमारी है। इनमें मेघराज सिंह के घर, चौमूं सर्किल स्थित ऑफिस, टोंक, भरतपुर, सवाई माधोपुर और नागौर स्थित ऑफिस भी शामिल हैं। ऑफिस में मौजूद सभी कागजों की जांच की जा रही है।
सीबीआई के अनुसार कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास दर्ज केस में ग्रुप के खिलाफ कई सबूत मिले थे। इसके बाद ईडी ने दिल्ली ऑफिस में मेघराज सिंह सहित ग्रुप के अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था। अधिकांश लोग ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे। इसके बाद इस केस पर आगे एक्शन के लिए सीबीआई ने प्लान बनाया। दोनों एजेंसियां इस केस पर अपने-अपने एंगल से काम कर रही हैं। सीबीआई एमआरएस ग्रुप पर कई समय से नजर बनाए हुए थी। टोंक के धांधोली बजरी नाके पर,बनास क्षेत्र में बजरी ऑफिस, टोंक में ही नेशनल हाइवे 52 पर दूनी थाना क्षेत्र में और सवाई माधोपुर स्थित चौथ का बरवाड़ा में एसआर एसोसिएट ग्रुप के नाके पर सीबीआई टीम ने रेड़ मारी।
गौरतलब है कि चौदह फरवरी को मेघराज ग्रुप के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी छापेमारी की थी। जयपुर समेत पचास जगहों पर ईडी की टीम ने रेड की थी। ईडी के अधिकारियों ने डिजिटल सबूत, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क और 37.16 लाख कैश सीज किए थे। तीन दिन चली इस रेड में मेघराज सिंह से ईडी का संपर्क नहीं हो पाया था। मेघराज के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन वो नहीं मिला था।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2020 में सियासी संकट के वक्त मेघराज सिंह के जैसलमेर स्थित सूर्यगढ़ होटल में कांग्रेस नेताओं की बाड़ेबंदी की गई थी। तभी से ये ग्रुप जांच एजेंसियों की नजर में था।