सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में CBI ने अपनी जांच पूरी कर केस को बंद कर दिया है। जांच एजेंसी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि यह आत्महत्या का मामला था और न ही अभिनेता का गला घोंटा गया था और न ही उन्हें जहर दिया गया था। इसी के साथ, रिया चक्रवर्ती को भी क्लीन चिट दे दी गई है।
रिया के वकील का बयान
रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी और CBI का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा,
“हम CBI के आभारी हैं कि उन्होंने हर पहलू की गहराई से जांच की और निष्पक्ष फैसला लिया।”
साथ ही, उन्होंने सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की झूठी खबरों की निंदा की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कई फर्जी कहानियां गढ़ी गईं, जिससे निर्दोष लोगों को मीडिया ट्रायल और जांच एजेंसियों की पूछताछ का सामना करना पड़ा।
रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को सलाम
वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा,
“मैं रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को सलाम करता हूं कि उन्होंने तमाम अमानवीय व्यवहार और मीडिया ट्रायल को चुपचाप सहा।”
क्या था पूरा मामला?
14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने घर में मृत पाए गए थे। उनके परिवार ने उस वक्त उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसमें आर्थिक अनियमितता और ड्रग्स से जुड़ा मामला भी सामने आया था। इस केस की जांच CBI, NCB और ED जैसी बड़ी एजेंसियों ने की। लेकिन अब CBI की क्लोजर रिपोर्ट के बाद रिया को पूरी तरह से निर्दोष करार दिया गया है।
5 साल बाद आया फैसला
सुशांत सिंह राजपूत के निधन को करीब 5 साल हो चुके हैं और अब जाकर इस हाई-प्रोफाइल मामले पर CBI ने अपनी अंतिम रिपोर्ट पेश की है। इस फैसले के बाद रिया चक्रवर्ती को मीडिया ट्रायल और कानूनी मामलों से राहत मिल गई है।