बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। भाजपा ने इस घटना को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है और उन पर “हिंदुओं को बदनाम” करने का आरोप लगाया है। मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अवैध रूप से भारत में रह रहा था और उसने कथित तौर पर “हिंदू पहचान” अपना ली थी।
भाजपा का विपक्ष पर हमला
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट किया, “मुंबई पुलिस ने पुष्टि की है कि सैफ अली खान पर हमला करने वाला व्यक्ति बांग्लादेशी अवैध प्रवासी है, जिसने हिंदू पहचान धारण कर रखी थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और I.N.D.I.A गठबंधन के अन्य दलों ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। मालवीय ने कहा, “इन पार्टियों को हिंदुओं को बदनाम करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।”
पुलिस जांच: अंतरराष्ट्रीय साजिश की आशंका
मुंबई पुलिस ने अदालत को जानकारी दी कि आरोपी का संबंध बांग्लादेश से है और यह जांच जरूरी है कि हमले के पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है। पुलिस ने आरोपी की 14 दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन अदालत ने उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच अभी शुरुआती चरण में है और कई महत्वपूर्ण तथ्यों का पता लगाना बाकी है।
अभिनेता सैफ अली खान पर हमले की घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सैफ अली खान के घर में घुसकर उन पर चाकू से हमला किया। हमले में अभिनेता को गंभीर चोटें आईं। जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि चाकू तीन हिस्सों में टूट गया, जिसमें से दो हिस्से बरामद हो चुके हैं, जबकि तीसरा हिस्सा आरोपी से बरामद किया जाना बाकी है।
अभियोजन और बचाव पक्ष के तर्क
अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि यह मामला केवल एक अभिनेता पर हमले का नहीं है, बल्कि इसमें गंभीर षड्यंत्र की संभावना है। उन्होंने कहा कि आरोपी के मकसद और घटना के पीछे के उद्देश्य को समझने के लिए विस्तृत जांच की जरूरत है।
दूसरी ओर, बचाव पक्ष के वकील संदीप डी. शेरखाने ने दावा किया कि आरोपी कई वर्षों से भारत में रह रहा है और उसके पास देश में रहने के वैध दस्तावेज हैं। उन्होंने कहा, “मामला सैफ अली खान की मौजूदगी के कारण बेवजह बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।”
फोरेंसिक और अन्य जांच जारी
पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी के कपड़ों पर खून के धब्बे हो सकते हैं, जिन्हें जब्त करने की आवश्यकता है। साथ ही, यह पता लगाया जाना बाकी है कि आरोपी सैफ अली खान के घर में कैसे दाखिल हुआ और हमला करने के पीछे उसका मकसद क्या था।
राजनीतिक विवाद और आगे की राह
इस घटना ने राजनीतिक विवाद को और गहरा कर दिया है। भाजपा ने इसे “अवैध प्रवासियों” के खतरे से जोड़ते हुए विपक्षी दलों को घेरने का प्रयास किया है। वहीं, विपक्ष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है।