गुरुग्राम: इंदिरा गांधी में प्रधानमंत्री बनने की कोई योग्यता नहीं थी: कैप्टन अभिमन्यु

गुरुग्राम, 25 जून (हि.स.)। मनोहर सरकार-1 में वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु ने मंगलवार को आपातकाल की बरसी पर यहां भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इंदिरा गांधी में प्रधानमंत्री बनने की कोई योग्यता नहीं थी। जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बना दिया गया। वे अपने पिता के नाम पर ही देश की सत्ता पर काबिज हुई थी।

इस मौके पर कैप्टन अभिमन्यु ने लोकतंत्र सेनानियों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम को लोकतंत्र सेनानी के संगठन के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज, मेजर अतुल देव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष कमल यादव ने की। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि 1971 के चुनाव में राजनारायण ने इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। चुनाव में धांधली के कारण राजनारायण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में यचिका दायर की। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जयनारायण को विजयी और इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त कर दिया। इंदिरा गांधी को लगा अब सत्ता खिसकने वाली है तो रातों-रात देश पर आपातकाल थोंप दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या करने और संविधान को बार-बार नुकसान पहुंचाने का पाप किया है। आपातकाल को भारत के लोकतंत्र का काला अध्याय बताते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाकर नागरिकों को मूलभूत अधिकारों से वंचित किया था। बिना अपराध किए और बिना कोई गलती किए 1 लाख 40 हजार लोगों को कांग्रेस की सरकार ने जेलों में ठूंस-ठूंस कर भर दिया। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि तिहाड़ जेल की बैरक में जहां 1200 लोगों की क्षमता थी वहां पर 3500 लोगों को भर कर जो प्रताडऩा दी गई उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। इस मौके पर जिला अध्यक्ष कमल यादव, प्रदेश प्रवक्ता जवाहर यादव, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी, महावीर भारद्वाज, मेजर अतुल देव, जिला महामंत्री सर्वप्रिय त्यागी, रामबीर भाटी, जिला मीडिया सह प्रमुख पवन यादव के अलावा भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।

इन लोकतंत्र सेनानियों को किया गया सम्मानित

पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने लोकतंत्र की रक्षा करने वाले सेनानी संगठन के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज (रेवाड़ी), विपिन (दिल्ली), श्रीचंद गुप्ता (गुरुग्राम), प्रेम प्रकाश (रेवाड़ी), गुलशन खेतरपाल (रोहतक), दलीप (फरीदाबाद), बृजमोहन (फतेहाबाद), राजबीर (रोहतक), रमेश अग्रवाल (रोहतक), आत्म प्रकाश (गुरुग्राम), प्रमोद (दिल्ली), सत्यपाल (चंडीगढ़), सोहन लाल (गुरुग्राम), अनिल नागपाल (रोहतक), कृष्ण मुखी (सोहना), रामकिशन मित्तल, हर्षवर्धन, पवन गर्ग (यमुनानगर) को सम्मानित किया।