विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को नहीं मिलेगें बस्ता लगाने वाले कार्यकर्ताः पुष्पेन्द्र

हमीरपुर, 27 अप्रैल (हि.स.)। हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट में तीसरी बार कमल खिलाने चुनाव मैदान में आए सिटिंग एमपी पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने यहां बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को तब पता चलेगा जब उन्हें बस्ता लगाने वाले कार्यकर्ता भी नहीं मिलेंगे। दावा किया कि पिछली बार रिकार्ड तोड़ मतों से मतदाताओं ने उन्हें जिताया था और इस बार भी पिछले रिकार्ड टूटेगें।

हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी लोकसभा-47 के आम चुनाव में मौजूदा सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। लोकसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में उन्होंने बड़े ही सादगी के साथ नामांकन किया है। वर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने बातचीत करते हुए कहा कि जनता का आशीर्वाद उनके साथ है। पिछले दस सालों संसदीय क्षेत्र में विकास के लिए बहुत काम किए गए हैं। एक बार फिर हम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संसदीय क्षेत्र के लिए उनकी पहली प्राथमिकता होगी कि क्षेत्र के किसानों के खेत तक पानी कैसे पहुंचे। इस पर हमें काम करना है। उन्होंने बताया कि समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र की समस्याओं की आवाज संसद में उठाई गई है और दस सालों में हम पर कोई भ्रष्टाचार के आरोप भी नहीं लगे हैं। संसदीय क्षेत्र में जाति-धर्म से हटकर काम किया गया है। इसीलिए जनता ने लगातार दो बार उन्हें रिकार्ड मतों से जिताया है। अबकी बार भी पिछले रिकार्ड टूटेंगें।

बहुत छोटे मन से काम करने वाले क्षेत्रीय दल हैं सपा और बसपा

भाजपा प्रत्याशी पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने बताया कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी बहुत ही छोटे मन से काम करने वाली क्षेत्रीय पार्टी हैं। इनकी राष्ट्रवादी सोच नहीं है। सांसद ने दावा किया कि आने वाले समय में विपक्षीय पार्टी के प्रत्याशियों को बस्ता लगाने वाले कार्यकर्ता भी नहीं मिलेगें। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी के नब्बे फीसदी नेता, कार्यकर्ता हमारे साथ हैं, यही कार्यकर्ता क्षेत्र में भाजपा का झंडा लेकर घूम रहे हैं।

जनता के आशीर्वाद से संसदीय सीट पर फिर खिलेगा कमल

भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि भाजपा ने उन्हें चौथी बार टिकट दिया है। पहली बार 2007 में महोबा विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने टिकट दिया था जिसमें उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। बावजूद भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार बनाया। जनता ने उन्हें भरपूर आशीर्वाद देकर दो बार संसद भेजा। तीसरी बार जिस तरह से लोगों का समर्थन मिल रहा है उससे हम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे है।