कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जिन्होंने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की, ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। ट्रूडो ने बताया कि अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनसे कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का प्रस्ताव दिया था। ट्रूडो ने इस प्रस्ताव का जवाब मजाकिया अंदाज में देते हुए कहा कि वह वर्मोंट या कैलिफोर्निया को कनाडा का हिस्सा बनाने के लिए तैयार हैं।
ट्रंप की प्रतिक्रिया पर ट्रूडो का खुलासा
एक टेलीविजन इंटरव्यू में जस्टिन ट्रूडो ने बताया, “जब ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका में शामिल करने की बात कही, तो मैंने मजाक में कहा कि हम बदले में वर्मोंट या कैलिफोर्निया लेना चाहेंगे। हालांकि, यह सुझाव ट्रंप को पसंद नहीं आया।”
यह चर्चा नवंबर में हुई थी, जब डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ में संभावित वृद्धि को लेकर ट्रूडो के साथ बातचीत की थी। ट्रंप ने कथित तौर पर ट्रूडो को सुझाव दिया कि कनाडा, अमेरिका का 51वां राज्य बनकर टैरिफ और व्यापारिक मुद्दों को हल कर सकता है।
ट्रूडो ने व्यापार नीति पर जताई चिंता
ट्रूडो ने गुरुवार को अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं के साथ बातचीत के दौरान ट्रंप की इस टिप्पणी को हल्के में लेते हुए कहा कि यह केवल टैरिफ विवाद से ध्यान भटकाने का प्रयास था। उन्होंने ट्रंप द्वारा कनाडाई आयात पर 25% टैक्स लगाने की योजना को दोनों देशों के लिए आर्थिक रूप से नुकसानदायक बताया।
उन्होंने कहा, “अगर अमेरिका ऐसा करता है, तो कनाडाई उत्पाद अमेरिकी नागरिकों के लिए और महंगे हो जाएंगे। इससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी और दोनों अर्थव्यवस्थाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।” ट्रूडो के कार्यालय ने इस बात की पुष्टि की कि बढ़े हुए टैरिफ से दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों पर बुरा असर पड़ सकता है।
ट्रंप का प्रस्ताव और सोशल मीडिया पर बयान
ट्रंप ने सोमवार को एक बार फिर कनाडा को अमेरिका का 51वां प्रांत बनाने का विचार व्यक्त किया। ट्रूडो के इस्तीफे की घोषणा के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “कनाडा के कई लोग भी चाहते हैं कि उनका देश अमेरिका का 51वां राज्य बने। हम अब कनाडा की भारी सब्सिडी और व्यापार घाटे को सहन नहीं कर सकते। ट्रूडो यह जानते थे और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।”
ट्रंप ने इससे पहले भी कई मौकों पर इस विचार का समर्थन किया था। 5 नवंबर को चुनाव जीतने के बाद, फ्लोरिडा स्थित अपने आवास मार-ए-लागो में ट्रंप ने ट्रूडो से इस विषय पर चर्चा की थी।
ट्रूडो का इस्तीफा और कनाडा की राजनीति
जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि वह तब तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे जब तक उनकी पार्टी नया नेता नहीं चुन लेती। ट्रूडो के नेतृत्व पर बढ़ते असंतोष और आगामी चुनावों को देखते हुए उनका इस्तीफा कनाडा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है।
ट्रंप-ट्रूडो के संबंध: हमेशा तनावपूर्ण रहे
ट्रंप के पिछले कार्यकाल (2017-2021) के दौरान, ट्रूडो और ट्रंप के संबंध कई बार विवादों में रहे। व्यापार समझौतों, जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच मतभेद जगजाहिर रहे हैं। ट्रंप की इस नई टिप्पणी ने उनके पुराने संबंधों पर फिर से चर्चा छेड़ दी है।
कनाडा और अमेरिका: आर्थिक साझेदारी या राजनीतिक टकराव?
कनाडा और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध रहे हैं। हालांकि, हालिया घटनाक्रम और ट्रंप की टिप्पणियों ने इन संबंधों में हलचल पैदा की है। ट्रूडो ने साफ कहा है कि कनाडा अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा।