ज्योतिष महत्व: हिंदू धर्म में दीपक जलाकर देवताओं का आह्वान किया जाता है। इसी कारण से पूजा, हवन, शुभ कार्य, उत्सव आदि में दीपक जलाने का नियम है। हालांकि, शास्त्रों में दीपक जलाने से जुड़े कई नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है ताकि पूजा में कोई दोष न आए और देवी-देवता नाराज न हों। इस लेख में ज्योतिषी राधाकांत वत्स से जानते हैं कि क्या एक दीपक में दो बातियां जलाई जा सकती हैं और इससे जुड़े तर्क क्या हैं।
क्या एक दीपक में दो दीपक जलाने चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि दीपक में अग्नि होती है। यदि अग्नि एक दिशा से निकले तो यह शुभ मानी जाती है, लेकिन यदि यह कई दिशाओं से निकले तो यह अशुभ मानी जाती है। ऐसे में एक दीपक में दो बातियां नहीं जलानी चाहिए।
अगर दीपक दोमुखी है तो एक दीपक में दो बातियां जलाना शुभ माना जाता है क्योंकि दीपक में ही दो बातियों के लिए जगह होती है लेकिन अगर दीपक में एक बाती के लिए जगह हो तो दो बातियां नहीं जलानी चाहिए।
इसके अलावा ज्योतिष में एक तर्क यह भी है कि अगर पूजा के दौरान एक दीपक में दो दीपक जलाए जाएं तो पूजा बाधित हो जाती है और व्यक्ति को इसका कोई फल नहीं मिलता है।
अगर पूजा में दो दीपक जलाने हैं तो दो तरफा दीपक लेना जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि एक ही दीपक में दो बातियां जलाने से परिवार में नफरत बढ़ती है और परिवार के सदस्यों के बीच दरार पैदा होती है।
दरअसल दीपक की लौ पारिवारिक शांति और एकता का प्रतीक मानी जाती है। ऐसे में अगर एक दीपक में दो लौ जलाई जाए तो इससे परिवार में विवाद होता है और ग्रहों का प्रभाव भी आ सकता है।