फतेहाबाद, 1 अक्टूबर (हि.स.)। यदि आप स्वस्थ और तंदुरुस्त हैं, आपका वजन 45 किलोग्राम से अधिक है, और आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक है, तो आप रक्तदान कर सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य वाले लोग जिन्होंने कभी रक्तदान नहीं किया है, विशेष रूप से युवाओं को आज से ऐसा करना शुरू कर देना चाहिए। रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचाने से बड़ा पुण्य का कोई काम नहीं है।
यह बात एमएम एजुकेशन सोसायटी की वरिष्ठ सदस्य डॉ. रमिता बत्रा ने मंगलवार को एमएम पीजी कॉलेज में एनएसएस ब्वॉयज व गल्र्ज यूनिट द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए कही। रक्तदान शिविर में मुख्यअतिथि के तौर पर अहमदाबाद से आकर यहां झुग्गी-झोपडिय़ों में रहनी वाली राधा, विपुल, जियाराम व नीता ने भाग लिया और शिविर का शुभारंभ किया। ‘मौका दीजिये अपने खून को, किसी की रगों में बहने का, ये लाजवाब तरीका है, कई जिस्मों में जिंदा रहने का’ इन बातों के साथ प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने युवाओं को रक्तदान के महत्व के बारे में बताया। एनएसएस ब्वॉयज प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. विकेश सेठी व एनएसएस गल्र्ज प्रोग्राम ऑफिसर प्रो. प्रतिभा मखीजा की देखरेख में आयोजित इस शिविर में रक्तदान को लेकर युवाओं में काफी उत्साह नजर आया और काफी संख्या में युवाओं ने रक्तदान को लेकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया।
जिला रेडक्रास सोसायटी की टीम द्वारा सचिव रामजी लाल के निर्देशानुसार विशेष सहयोग दिया गया। एमएम एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन आत्मप्रकाश बत्रा, प्रधान राजीव बत्रा, उपप्रधान अशोक कुमार तनेजा, महासचिव विनोद मेहता एडवोकेट, कोषाध्यक्ष कैलाश बत्रा, एमएमए कॉलेज आफ एजुकेशन के उपप्रधान संजीव बत्रा व मैनेजमेंट सदस्यों ने भी विद्यार्थियों को रक्तदान पर बधाई दी। प्रो. सुशील दहिया ने कहा कि भारत में प्रतिदिन लगभग 12 हजार लोगों की रक्त न मिलने के कारण मृत्यु हो जाती हैं। ऐसे में हमारे द्वारा दान किया गया रक्त इन बहुमूल्य जिंदगियों को बचा सकता है।