भारत में निर्मित पिनाका मल्टी-लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम को और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने बुधवार को दो महत्वपूर्ण सौदों को मंजूरी दी। इन सौदों का कुल मूल्य करीब 10,200 करोड़ रुपये है, जिसके बाद पिनाका रॉकेट सिस्टम के शस्त्रागार की क्षमता पहले से कहीं अधिक घातक हो जाएगी।
पहला सौदा 5,700 करोड़ रुपये का है, जिसमें हाई-एक्सप्लोसिव प्री-फ्रैगमेंटेड रॉकेट एम्युनिशन शामिल है। दूसरा सौदा 4,500 करोड़ रुपये का है, जिसमें एरिया डिनायल एम्युनिशन शामिल है। यह सौदा भारतीय सेना द्वारा पहले से ऑर्डर किए गए 10 पिनाका रेजिमेंट्स के लिए है, जो भारतीय सेना के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
हाई-एक्सप्लोसिव प्री-फ्रैगमेंटेड रॉकेट की स्ट्राइक रेंज 45 किलोमीटर तक है, जबकि एरिया डिनायल एम्युनिशन को 37 किलोमीटर की दूरी तक लॉन्च किया जा सकता है। एरिया डिनायल एम्युनिशन में एंटी-टैंक और एंटी-पर्सनल माइनलेट्स भी शामिल हैं।
यह दोनों प्रकार की एम्युनिशन नागपुर स्थित प्राइवेट सेक्टर कंपनी सोलर ग्रुप और सरकारी कंपनी एम्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड द्वारा 60:40 के अनुपात में निर्मित की जाएंगी। इन दोनों कंपनियों के साथ यह सौदे अगले कुछ दिनों में साइन किए जाएंगे।
वर्तमान में भारतीय सेना के पास चार पिनाका रेजिमेंट्स हैं, जिनमें से कुछ लॉन्चर चीन के साथ उत्तर सीमा पर ऊंचे इलाकों में तैनात किए गए हैं। बाकी छह रेजिमेंट्स का इंडक्शन प्रक्रिया में है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, डीआरडीओ ने पिनाका के लिए विभिन्न प्रकार के रॉकेट एम्युनिशन विकसित किए हैं, जिनमें 45 किलोमीटर की रेंज और 75 किलोमीटर की गाइडेड रेंज शामिल है। भविष्य में इसकी रेंज को 120 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना है, और फिर इसे 300 किलोमीटर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था, “जैसे ही हमें लंबी रेंज मिलेगी, हम अन्य वैकल्पिक लंबी रेंज हथियारों पर विचार करना बंद कर सकते हैं और पिनाका पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।” इस सौदे से भारतीय सेना की क्षमताओं में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, और पिनाका सिस्टम को और भी प्रभावी और घातक बनाया जाएगा।