कानपुर, 11 मार्च (हि.स.)। अफगानिस्तान पाकिस्तान बांग्लादेश में हिंदू सिख ईसाई बौद्ध पारसी जैन समुदाय पर किए जा रहे अत्याचार से अब मुक्ति मिलेगी। वर्षों से भारत में रह रहे शरणार्थी जो कैंपों के शिविरों में रहकर अपना जीवन यापन कर उन्हें भी राहत मिलेगी। यह सीएए कानून उन लोगों के लिए नया सूर्योदय है,अब वो भारत की नागरिकता ग्रहण कर सकेंगे। उक्त बात सोमवार को भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश पाल ने मीडिया से कही।
उन्होंने कहा कि यह नागरिकता संशोधन अधिनियम देश में शरणार्थी की भूमिका में रह रहे या पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान में सताए जा रहे हिंदू सिख बौद्ध जैन पारसी बहन-भाइयों के लिए भारत की सरकार ने अपने देश के रास्ते खोल दिए है। जहां एक ओर भारत की नागरिकता लेने के लिए 11 वर्ष का इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब मोदी की सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना में अब 5 वर्ष में ही भारत सरकार ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देगी, जिससे शरणार्थी भाई बहनों को राहत मिलेगी।
श्रीपाल ने विपक्ष(घमंडिया गठबंधन) पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष के लोगों को चाहिए कि भारत की सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना को जोकि विभिन्न देशों में रह रहे हमारे नागरिकों पर अत्याचार और जुल्म उठा रहे थे उनका देश में नागरिकता लेने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। देश की जनता को गुमराह कर देश के माहौल को बिगाड़ने का काम ना करें। मोदी की सरकार में भारतवर्ष में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भारत की मुख्य धारा के साथ जुड़े हैं, उनको बरगलाने का काम ना करें।
सीएए लागू होने पर भाजपा की क्षेत्रीय महामंत्री पूनम द्विवेदी, सुनील तिवारी, पवन प्रताप सिंह, अशोक मिश्रा, संदीप ठाकुर सहित कार्यालय पर मौजूद सभी पदाधिकारी ने हर्ष व्यक्त करते हुए भारत की सरकार को बधाई दी।