भारत के इस्पात और वाणिज्य मंत्रालय बढ़ते इस्पात आयात, विशेष रूप से सस्ते चीनी इस्पात उत्पादों की आमद पर चर्चा कर रहे हैं।
उच्च आयात पर शीर्ष उत्पादकों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं के बीच यह सौदा हुआ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में समाप्त वित्तीय वर्ष में भारत शुद्ध स्टील आयातक बन गया, अप्रैल और मई में तैयार स्टील का आयात पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने अप्रैल से मई महीने में 11 लाख मीट्रिक टन तैयार स्टील का आयात किया. जो पिछले साल से 19.8 फीसदी ज्यादा था. इस्पात मंत्रालय ने बढ़ते आयात के बारे में वाणिज्य मंत्रालय को सूचित किया है और उद्योग ने इस मामले की जांच की मांग की है। भारत की नजर चीन के सस्ते आयात पर है. हाल के महीनों में चीन एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में स्टील का शीर्ष निर्यातक बन गया है। इन बढ़ते आयातों से चिंतित भारत का इस्पात उद्योग बार-बार सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर चुका है। इसको लेकर स्टील इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने सरकार के सामने मांग रखी है कि स्टील पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने पर विचार किया जाए.