वैलेंटाइन दिवस 14 फरवरी को मनाया गया। जश्न मनाने वालों के साथ-साथ वैलेंटाइन डे के नाम पर सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी में भी काफी वृद्धि हुई है।
प्यार की तलाश में देश में लाखों लोग वर्तमान में डेटिंग ऐप्स, सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का रुख कर रहे हैं। इस सामग्री का उपयोग करके धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बारे में चेतावनी सामने आई है। अध्ययन में कहा गया है कि एआई-संचालित घोटाले, धोखाधड़ी वाले डेटिंग ऐप्स और डीपफेक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। संगठन ने रोमांस घोटालों पर केंद्रित एक सर्वेक्षण आयोजित किया। सर्वेक्षण में इसके प्रभावों को भी शामिल किया गया। यह ऑनलाइन सर्वेक्षण इसी महीने आयोजित किया गया था। इस अध्ययन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के लगभग सात हजार वयस्कों ने भाग लिया। यहां चौंकाने वाले आंकड़े प्रस्तुत हैं।
एआई के युग में, पहले से कहीं अधिक भारतीय कृत्रिम प्रेम की ओर मुड़े
एक वैश्विक सर्वेक्षण से पता चला है कि लगभग 61 प्रतिशत लोगों का मानना है कि एआई चैटबॉट से प्यार हो जाना संभव है। इस सर्वेक्षण में भाग लेने वाले कुल भारतीयों में से आधे से अधिक ने कहा कि एआई चैटबॉट ने उनसे ऐसे संपर्क किया जैसे कि वह किसी डेटिंग प्लेटफॉर्म पर कोई वास्तविक व्यक्ति हो।
डेटिंग ऐप्स की दुनिया पर एक नज़र। 61 प्रतिशत लोगों का मानना है कि एआई चैटबॉट के प्रति रोमांटिक भावनाएं विकसित करना संभव है
51 प्रतिशत लोग इस बात से सहमत हैं कि उनसे या उनके किसी जानने वाले से AI चैटबॉट ने ऐसे संपर्क किया जैसे वह कोई वास्तविक व्यक्ति हो
69 प्रतिशत लोगों को फर्जी प्रोफाइल या फर्जी तस्वीरें मिलीं
धोखाधड़ी कहां होती है?
मुख्यधारा के डेटिंग प्लेटफॉर्म पर 34 प्रतिशत लोग ठगे जाते हैं
54 प्रतिशत लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ठगे जाते हैं
21 प्रतिशत लोग विशेष डेटिंग प्लेटफॉर्म पर ठगे जाते हैं
15 प्रतिशत लोग चैट फ़ोरम या समुदायों पर ठगे जाते हैं
प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर 12 प्रतिशत लोग धोखाधड़ी का शिकार होते हैं
34 प्रतिशत लोगों ने रोमांटिक पार्टनर के वेश में किसी धोखेबाज व्यक्ति से संपर्क किया है, जो वित्तीय धोखाधड़ी का एक आंकड़ा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डेटिंग एप के नाम पर ठगी का शिकार होने पर पीड़ित से औसतन 3,64,939 रुपये की मांग की जाती है। 70 फीसदी लोगों से पैसे या अन्य संपत्ति की ठगी की गई है।