दिवाली के जलते दीपक ने घर में आग लगा दी, स्वचालित गेट लॉक ने बेडरूम में सो रहे जोड़े को छोड़ दिया

01 11 2024 Kanpur News 23824622 (1)

अग्नि त्रासदी: दिवाली उत्सव के दौरान पटाखों के कारण आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इन्हीं कारणों से प्रशासनिक तंत्र द्वारा अग्रिम योजना बनायी जाती है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश के कानपुर में आग लगने की एक अजीब घटना सामने आई है. जिसमें घर में जलते दीपक से आग लगने से एक दंपत्ति और एक कामकाजी महिला की मौत हो गई.

इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, कानपुर शहर के एच-1 ब्लॉक, पांडुनगर, काकादेव में रहने वाले संजय श्याम दासानी पारले-जी बिस्कुट की फ्रेंचाइजी के मालिक हैं। उनके परिवार में पत्नी कनिष्का और बेटा हर्ष हैं। कल दिवाली का दिन होने के कारण संजय दास की पत्नी पूजा करने के बाद कनिष्क के साथ सोयी थी. इस समय घर के मंदिर में दीपक जल रहा था. देर रात करीब तीन बजे मंदिर में रखे दीपक से घर में आग लग गई।

इसकी जानकारी होने पर अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. जिसके बाद जब वे घर में दाखिल हुए तो संजय, उनकी पत्नी कनिष्का और काम करने वाली पत्नी बेहोश मिलीं। इसलिए, परिवार के सदस्यों द्वारा तीनों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.

फिलहाल पुलिस ने परिजनों का बयान दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि घर का ऑटोमेटिक गेट बंद होने के कारण दंपती बाहर नहीं आ सके। इसलिए तीनों की मौत आग और धुएं के कारण दम घुटने से हुई है. हालांकि, मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।