Budget 2025: हेल्थकेयर में इंडिया बन जाएगा दुनिया में नंबर वन, सीतारमण को करने होंगे ये ऐलान
भारत का हेल्थकेयर सेक्टर तेजी से विकसित हो रहा है और अब दुनिया में अग्रणी बनने की दहलीज पर है। Budget 2025, जो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, हेल्थकेयर को वैश्विक मानचित्र पर भारत को नंबर वन बनाने का अवसर प्रदान करता है।
लेकिन इसके लिए कुछ बड़े और साहसिक कदम उठाने होंगे। इस लेख में हम उन संभावित ऐलानों और सुधारों की चर्चा करेंगे जो भारत के हेल्थकेयर सेक्टर को विश्व स्तर पर शीर्ष स्थान दिलाने में मदद कर सकते हैं।
भारत का हेल्थकेयर सेक्टर: एक उभरती ताकत
भारत का हेल्थकेयर सेक्टर वर्तमान में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। इसमें सरकारी योजनाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्र का भी बड़ा योगदान है।
- आयुष्मान भारत योजना:
दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना के तहत 50 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। - मेडिकल टूरिज्म:
भारत अपनी सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं के कारण मेडिकल टूरिज्म का हब बनता जा रहा है। - फार्मा सेक्टर:
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा दवा निर्माता है और सस्ती दवाओं के लिए जाना जाता है।
हालांकि, हेल्थकेयर सेक्टर को अब भी बुनियादी ढांचे, रिसर्च और आधुनिक तकनीकों में निवेश की जरूरत है।
Budget 2025 में हेल्थकेयर को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम
यदि भारत को हेल्थकेयर में नंबर वन बनना है, तो Budget 2025 में इन सुधारों की घोषणा जरूरी है:
1. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा निवेश
हेल्थकेयर में बुनियादी ढांचे की कमी एक बड़ी चुनौती है। सरकार को अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने के लिए बड़ा बजट आवंटित करना होगा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक अस्पतालों की स्थापना।
- टियर 2 और टियर 3 शहरों में मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स।
2. डिजिटल हेल्थकेयर को बढ़ावा
भारत को डिजिटल हेल्थकेयर में वैश्विक नेता बनाने के लिए सरकार को टेक्नोलॉजी में निवेश करना चाहिए।
- टेलीमेडिसिन: दूरदराज के इलाकों में विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा।
- हेल्थ डेटा: इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स (EHR) को अनिवार्य करना।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): बीमारियों की सटीक पहचान और इलाज के लिए AI का उपयोग।
3. हेल्थ रिसर्च और इनोवेशन के लिए फंडिंग
भारत को हेल्थ रिसर्च और इनोवेशन में निवेश बढ़ाने की जरूरत है।
- नई बीमारियों के इलाज के लिए रिसर्च।
- वैक्सीन और दवाओं के विकास में आत्मनिर्भरता।
- बायोटेक्नोलॉजी और जेनेटिक्स पर जोर।
4. मेडिकल टूरिज्म का विस्तार
भारत के पास मेडिकल टूरिज्म को एक नए स्तर पर ले जाने का अवसर है।
- अंतरराष्ट्रीय मरीजों के लिए विशेष हेल्थ पैकेज।
- मेडिकल वीजा की प्रक्रिया को सरल बनाना।
- विश्व स्तरीय हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण।
5. स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढ़ाना
हेल्थकेयर में सबसे बड़ी जरूरत प्रशिक्षित डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों की है।
- मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की संख्या बढ़ाना।
- स्वास्थ्य कर्मियों के लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम।
- ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
संभावित ऐलान जो Budget 2025 में हो सकते हैं
- आयुष्मान भारत 2.0:
इस योजना को और विस्तारित करते हुए अधिक लाभार्थियों को शामिल किया जा सकता है। - मेडिकल रिसर्च फंड:
सरकार हेल्थ रिसर्च और इनोवेशन के लिए एक अलग फंड का ऐलान कर सकती है। - डिजिटल हेल्थ मिशन:
डिजिटल हेल्थकेयर को बढ़ावा देने के लिए नए मिशन की शुरुआत हो सकती है। - वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग:
भारत को ग्लोबल वैक्सीन हब बनाने के लिए नई योजनाएं पेश की जा सकती हैं। - ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन:
ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए नई योजनाओं की घोषणा हो सकती है।
हेल्थकेयर में भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा
भारत का मुकाबला हेल्थकेयर में अमेरिका, चीन और जर्मनी जैसे देशों से है। इन देशों में हेल्थकेयर पर बड़ा खर्च होता है। यदि भारत अपने हेल्थकेयर सिस्टम को सशक्त बनाता है, तो यह न केवल अपने नागरिकों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी जगह बनाएगा।