वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को अपना आठवां केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह बजट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट होगा, जिससे देश को कई नई योजनाओं और आर्थिक सुधारों की उम्मीद है। बजट से पहले सरकार और वित्त मंत्रालय कई परंपराएं निभाते हैं, जिनका सामाजिक और राजनीतिक महत्व है।
बजट से पहले की परंपराएं: हलवा सेरेमनी और बजट सत्र का आरंभ
- हलवा सेरेमनी: बजट से पहले हलवा सेरेमनी की परंपरा निभाई जाती है। यह परंपरा बजट दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत का प्रतीक है। वित्त मंत्रालय में आयोजित यह समारोह सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए खास होता है।
- बजट सत्र का आरंभ: 31 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद में अभिभाषण देंगी। इसके साथ बजट सत्र की औपचारिक शुरुआत होगी।
- आर्थिक सर्वेक्षण: बजट से एक दिन पहले सरकार देश की आर्थिक स्थिति पर रिपोर्ट पेश करती है, जिसे आर्थिक सर्वेक्षण कहा जाता है।
शेयर बाजार और बजट 2025
1 फरवरी को बजट पेश होने के दिन भारतीय शेयर बाजार खुला रहेगा। आमतौर पर बजट के दिन बाजार में तेज हलचल देखी जाती है, क्योंकि घोषणाओं का सीधा प्रभाव निवेशकों की धारणा और शेयरों की कीमतों पर पड़ता है।
निर्मला सीतारमण के बजट भाषण: खास रिकॉर्ड और उपलब्धियां
सबसे लंबा बजट भाषण
वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए निर्मला सीतारमण ने अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण दिया। यह भाषण 2 घंटे 42 मिनट तक चला। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से वह इसे पूरा नहीं कर पाईं। बजट का शेष हिस्सा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पढ़ा।
पहला बजट: ऐतिहासिक पहल
2019-20 में, निर्मला सीतारमण ने अपने पहले बजट भाषण में कई बड़े बदलाव किए।
- इनकम टैक्स रिटर्न की प्री-फाइलिंग: करदाताओं के लिए सुविधाजनक विकल्प पेश किया।
- MSME के लिए विशेष लाभ: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए नीतिगत कदम उठाए गए।
सबसे छोटा बजट भाषण
1977-78 में वित्त मंत्री हीरूभाई पटेल ने सिर्फ 800 शब्दों में अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण दिया। यह एक अंतरिम बजट था।
2025 के बजट से क्या उम्मीदें हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 का बजट भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला हो सकता है। देश की बदलती जरूरतों और आर्थिक प्रगति को देखते हुए बजट में निम्नलिखित घोषणाएं संभावित हैं:
- डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
- स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
- नई टेक्स प्रणाली में सुधार
- ग्रीन एनर्जी और पर्यावरणीय नीतियों पर ध्यान
बजट 2025 के लिए महत्वपूर्ण पहलू
- आर्थिक सर्वेक्षण का महत्व: बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए सरकार बीते साल की आर्थिक उपलब्धियों और चुनौतियों का विश्लेषण करती है। यह बजट की दिशा तय करता है।
- निवेशकों की भूमिका: 1 फरवरी को शेयर बाजार खुला रहेगा, और बजट घोषणाओं का प्रभाव तुरंत देखने को मिलेगा।
- सरकार की प्राथमिकताएं: निर्मला सीतारमण ने अपने पूर्ववर्ती बजटों में LIC का IPO, नई टैक्स प्रणाली, और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार जैसे बड़े फैसले लिए। इस बार भी कुछ ऐतिहासिक घोषणाएं हो सकती हैं।