स्टॉक मार्केट क्लोजिंग बेल: वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2025 मध्यम वर्ग, किसानों और महिलाओं के सशक्तिकरण की ओर उन्मुख है। बजट में आयकर स्लैब में बड़े बदलावों की घोषणा के बाद भारी उथल-पुथल के बाद सेंसेक्स और निफ्टी सपाट बंद हुए। एफएमसीजी, रियल्टी और ऑटो में आकर्षक खरीदारी देखी गई। एफएमसीजी सूचकांक में 2.91 प्रतिशत, ऑटो में 1.75 प्रतिशत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 2.47 प्रतिशत तथा रियल्टी में 3.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि बिजली, धातु, पूंजीगत सामान, ऊर्जा, पीएसयू शेयरों में गिरावट देखी गई।
दिनभर में 892.58 अंकों के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स मात्र 5.39 अंकों की बढ़त के साथ 77,505.96 पर बंद हुआ। निफ्टी 26.25 अंक बढ़कर 23482.15 पर बंद हुआ। समग्र बाजार मंदी के बीच निवेशकों की पूंजी 26,000 करोड़ रुपये घट गई। आज आईटी शेयरों में उछाल देखा गया।
229 शेयरों में लोअर सर्किट
तेल एवं गैस, बिजली तथा ऊर्जा शेयरों में भारी बिकवाली हुई। बीएसई पर 229 शेयरों में निचला सर्किट लगा। जबकि 72 शेयर साल के निचले स्तर पर पहुंच गए। बीएसई पर कारोबार हुए कुल 4037 शेयरों में से 2084 शेयरों में तेजी रही और 1826 शेयरों में गिरावट रही। केंद्र सरकार के विकसित भारत मिशन 2047 को ध्यान में रखकर की गई घोषणाओं के बाद रियल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और आईटी शेयरों में उछाल दर्ज किया गया। मध्यम वर्ग के लिए 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगाने की घोषणा से जनता को राहत मिली है। हालांकि, पूंजीगत लाभ पर कोई छूट नहीं दिए जाने के प्रावधान के संबंध में मौजूदा अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों ने आज प्रतीक्षा और देखो का रवैया अपनाया।
वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत बनेगा।
गिफ्ट सिटी के एमडी और ग्रुप सीईओ तपन रे ने कहा, “केंद्रीय बजट 2025 गिफ्ट सिटी आईएफएससी को वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दृढ़ता से प्रदर्शित करता है।” प्रस्तावित कर प्रोत्साहन और विनियामक सरलीकरण वैश्विक निवेशकों, फंड प्रबंधकों और व्यवसायों को आकर्षित करेंगे, जिससे भारत की वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा। इन कदमों के साथ, GIFT सिटी वैश्विक वित्तीय क्षेत्र में एक प्रतिस्पर्धी और व्यापार-अनुकूल गंतव्य बनने के लिए तैयार है। यह अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में भारत के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’
पिछले छह बजटों में सेंसेक्स तीन बार नकारात्मक रहा है।
वित्तीय वर्ष | बंद किया हुआ |
2020-21 | -987 अंक |
2021-22 | +2314 अंक |
2022-23 | +848 अंक |
2023-24 | +158 अंक |
2024-25 | -106 अंक |
2025-26 | +5 अंक |