इज़राइल-गाजा युद्ध: शनिवार (22 जून) को वेस्ट बैंक के जेनिन में छापेमारी के दौरान एक फिलिस्तीनी नागरिक को सेना की जीप के बोनट से बांधकर ले जाने वाली इजरायली सेना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घायल व्यक्ति की पहचान मुजाहिद आजमी के रूप में हुई है. इस वीडियो के कारण अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय देशों के लोग भी इजराइल की आलोचना कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग अपील कर रहे हैं कि इजराइल को आम नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए.
इज़राइल रक्षा बलों ने क्या कहा?
इस घटना पर इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) का बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा, ‘इजरायली सेना पर हमला किया गया, जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी हुई, जिसमें यह शख्स घायल हो गया, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया. इसके बाद सैनिकों ने सैन्य प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया और सैन्य बलों का आचरण इजरायली सेना के मूल्यों के अनुरूप नहीं है. मामले की जांच करायी जायेगी. मुजाहिद आजमी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शरणार्थी शिविरों पर इसराइली हमले में 24 की मौत
गाजा में हमास के मीडिया कार्यालय के महानिदेशक इस्माइल अल-थब्ता ने कहा, ‘फिलिस्तीनी क्षेत्र के उत्तर में गाजा शहर के विभिन्न इलाकों में शनिवार को इजरायली हमलों में कम से कम 42 लोग मारे गए। गाजा पट्टी के आठ शरणार्थी शिविरों में से एक, अल-शती पर इजरायली हमले में 24 लोग मारे गए। अल-तफाह में इजरायली हमले में अन्य 18 फिलिस्तीनी मारे गए।