कोलकाता, 03 जुलाई (हि.स.)। बंगाल में शिक्षा की स्थिति को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले के बाद यहां शिक्षकों की भर्ती रुकी हुई है। कुछ दिन पहले बिहार में नौवीं-दसवीं कक्षा की टीईटी परीक्षा में बंगाल के अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर हंगामा हुआ था। विपक्ष ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी पर तंज कसना नहीं छोड़ा था। इस बार शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने बंगाल की शिक्षा व्यवस्था की ”उज्ज्वल” करार दिया है। इसके लिए उन्होंने महाविद्यालय स्तर पर प्रवेश हेतु अन्य राज्यों से आये विद्यार्थियों के आवेदन के आंकड़े पेश किए हैं।
बुधवार को राज्य शिक्षा मंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा, ”देश के विभिन्न हिस्सों से छात्रों ने स्नातक स्तर पर पढ़ाई के लिए ऑनलाइन प्रवेश पोर्टल पर आवेदन किया है। अब तक बंगाल के बाहर के 87 हजार 10 छात्रों ने बंगाल के कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवेदन किया है। इनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, असम, बिहार और महाराष्ट्र के छात्र शामिल हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री ने कहा, “जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक के छात्र उच्च शिक्षा के लिए बंगाल को चुन रहे हैं। हम उनका स्वागत करते हैं।”
इस वर्ष से बंगाल में केंद्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। कॉलेज में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन गत 24 जून से शुरू हो चुका है और सात जुलाई तक जारी रहेगी। कॉलेज 12 से 18 जुलाई तक सीटें जारी कर प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेंगे। प्रवेश की सभी प्रक्रिया सात अगस्त तक पूरी की जानी है।
राज्य में शिक्षकों की भर्ती और सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार की तस्वीर पेश कर विपक्ष लगातार सत्तारूढ़ दल तृणमूल पर हमला कर रहा है। वे शिक्षा व्यवस्था की खराब हालत को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में शिक्षा मंत्री ने कॉलेज प्रवेश आंकड़ों को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करके विपक्ष का मुकाबला किया है। ब्रात्य बोस ने एक्स हैंडल में जिन राज्यों का जिक्र किया है, उनमें से ज्यादातर पर भाजपा और उसके सहयोगियों का शासन है।
नेताओं का कहना है कि शिक्षा मंत्री यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा शासित राज्य के छात्र उच्च शिक्षा के लिए बंगाल को चुन रहे हैं।