गुरुवार रात 9 बजे आए तूफान के कारण हिसार में ब्लैकआउट हो गया है. सुबह तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने से परेशान लोगों ने सोशल मीडिया पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से शिकायत करनी शुरू कर दी है. लोगों का आरोप है कि बिजली निगम जानबूझकर बिजली कटौती करता है।
तूफान से यहां 150 से ज्यादा बिजली के खंभे और पेड़ गिरने का अनुमान है। बता दें कि जिले के करीब चार लाख बिजली उपभोक्ता दो दिनों से परेशान हैं. आंधी के कारण शहर की मुख्य सड़कों के साथ-साथ ग्रामीण सड़कों पर भी पेड़ गिर गये. अर्बन एस्टेट, साउथ बाइपास, आर्यनगर से लुडास रोड, सिवानी, इंडस्ट्रियल एरिया समेत जिले में कई जगहों पर सड़कें बंद रहीं । कई जगहों पर लोगों ने खुद ही पेड़ उठाकर सड़कें खोल दीं. हरियाणा कृषि मौसम विभाग ने 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भविष्यवाणी की थी. राजस्थान से आने वाली तेज़ हवाएँ अपने साथ धूल के बादल लेकर आईं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि आज धूलभरी हवा आने की संभावना है लेकिन इसके बाद शनिवार दोपहर बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो जाएगा।
बता दें कि बुधवार रात को हिसार में आए तूफान में 77 बिजली के खंभे और 11 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए थे. इसके चलते बिजली निगम के कर्मचारी रात से ही बिजली बहाल करने का प्रयास करते रहे। इसके साथ ही सुबह हल्की बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली. बिजली निगम की टीमें सुबह ही खेतों में उतर गईं और दोपहर तक तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने में जुटी रहीं। दोपहर में बिजली निगम की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि तूफान से काफी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर अभी तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है. इसके साथ ही खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने का काम भी चल रहा है।