पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में नगर निगम ने विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर ईद-उल-फितर के लिए दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी है। इसकी आधिकारिक अधिसूचना पहले ही जारी की जा चुकी है। इस फैसले पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी, भाजपा, ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कोलकाता नगर निगम के इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे पश्चिम बंगाल को “पश्चिमी बांग्लादेश” बनाने की साजिश करार दिया।
भाजपा का कड़ा विरोध
भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “शिवरात्रि की सुबह बंगालियों को यह सोचना चाहिए कि क्या पश्चिम बंगाल अब भी वही है या यह पश्चिमी बांग्लादेश बन चुका है?” उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार धार्मिक तुष्टिकरण की नीति अपना रही है।
उन्होंने कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम पर निशाना साधते हुए लिखा कि “हकीम अपने विधानसभा क्षेत्र को ‘छोटा पाकिस्तान’ कहते हैं। वह इस्लाम के प्रचार को बढ़ावा देते हैं और अन्य धर्मों के लोगों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।”
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ईद की दो दिन की छुट्टी पर आपत्ति
जगन्नाथ चटर्जी ने कहा कि “पूरे भारत में ईद-उल-फितर के लिए केवल एक दिन की छुट्टी होती है, लेकिन चूंकि कोलकाता नगर निगम का प्रशासन फिरहाद हकीम के हाथों में है, इसलिए यहां दो दिनों की छुट्टी दी गई है।” उन्होंने इसे एकतरफा निर्णय बताते हुए विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी को रद्द करने का विरोध किया।
जनता से की अपील
एक वीडियो संदेश में जगन्नाथ चटर्जी ने कहा कि “कोलकाता नगर निगम शिक्षा विभाग की यह अधिसूचना हर पारंपरिक बंगाली के दिल को ठेस पहुंचाएगी। इससे लोगों के मन में अशांति उत्पन्न होगी।” उन्होंने बंगाल के नागरिकों से आग्रह किया कि “पारंपरिक बंगालियों, सोचो कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। अगर 2026 में इनको नहीं हटाया, तो तुम्हें अपने बंगाल को अलविदा कहना पड़ेगा।”
भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर टीएमसी सरकार पर सीधा हमला बोला है, जबकि नगर निगम प्रशासन ने अब तक इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।