बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन, पीपीएसी में किए गए इजाफे को वापस लेने की मांग की

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नई दिल्ली, 15 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में बिजली वितरण कंपनियों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने बिजली खरीद समायोजन लागत(पीपीएसी) में की गई बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग की।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार पीपीएसी के नाम पर दिल्ली की जनता को लूट रही है। पीपीएसी अवैध है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली के लोगों के हित में तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक दिल्ली सरकार बढ़ी हुई दरें वापस नहीं ले लेती है।

कड़कड़डूमा स्थित बिजली कंपनी के बाहर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने धरना देकर प्रदर्शन किया। सांसद मनोज तिवारी ने एनडीपीएल कार्यालय, हडसन लेन में धरने का नेतृत्व किया। सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने वसंत कुंज स्थिति बीएसईएस कार्यालय के बाहर धरना दिया। सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने चांदनी चौक स्थित टाउन हॉल चौक पर धरना दिया। सांसद कमलजीत सहरावत ने नजफगढ़ स्थिति 220 केवी ग्रिड सब स्टेशन के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सांसद बांसुरी स्वराज ने शंकर रोड स्थित 33 केवी के बाहर धरना प्रदर्शन किया। रमेश वीधूड़ी सफदरजंग स्थित बिजली दफ्तर पर धरना दिया।

उल्लेखनीय है कि बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को जून में दिल्ली विद्युत नियामक आयोग ने बिजली खरीद समायोजन लागत(पीपीएसी) में दो-छह प्रतिशत की वृद्धि करने की अनुमति दी थी। इसे उपभोक्ताओं के बिल में जोड़ा जाएगा। पीपीएसी, डिस्कॉम द्वारा बिजली खरीद लागत में उतार-चढ़ाव की पूर्ति करने के लिए लगाया जाने वाला अधिभार है। इस वर्ष इसमें 6.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह बढ़कर 8.75 प्रतिशत हो गया है।