महाराष्ट्र सीएम के लिए बीजेपी का प्लान: अगर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी जिद जारी रखते हैं तो भी बीजेपी अजित पवार और अन्य पार्टियों के 41 विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से किसी भी वक्त सरकार बना सकती है. इसके बावजूद बीजेपी की ओर से सरकार गठन में देरी को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
एक दावे के मुताबिक बीजेपी ने एक दीर्घकालिक गेम प्लान के बारे में सोचा है. वह मंत्रिमंडल की संरचना, लेखा आवंटन, प्रभारी मंत्री आदि तय होने के बाद ही सरकार बनाना चाहते हैं।
सरकार गठन में देरी कर शिंदे पर दबाव बनाने की रणनीति
बीजेपी के केंद्रीय नेता भी इस वक्त लोकसभा के शीतकालीन सत्र में व्यस्त हैं. इस बार भले ही सरकार गठन में देरी हो, लेकिन विपक्ष स्थिति का फायदा उठाने की स्थिति में नहीं है. यहां तक कि खुद शिंदे भी किसी अन्य तरीके से सीएम पद बरकरार रखने में सफल नहीं हो सके. इसलिए इंतजार को लंबा खींचकर बीजेपी उन पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी बना रही है.
अजित और अन्य दलों-निर्दलियों के समर्थन से बीजेपी देरी के बावजूद सरकार बनाने में सक्षम है
एक बार सीएम तय हो जाने के बाद, शिंदे सेना और अजित की एनसीपी फिर से कैबिनेट की संरचना में हेरफेर कर सकती है। इसके बजाय बीजेपी ने सीएम, कौन मंत्री होगा, किसे कौन सा विभाग मिलेगा, किस जिले का प्रभारी मंत्री होगा आदि सभी मामले तय करने के बारे में सोचा है. ताकि एक बार सरकार बन जाए तो प्रदेश के नेताओं या केंद्रीय नेताओं का समय इन सब कामों में या कई दिनों की खींचतान में बर्बाद न हो.
बीजेपी के एक शीर्ष नेता ने दावा किया कि निकट भविष्य में सहयोगियों के साथ किसी भी तरह के टकराव से बचने के लिए यह रणनीति बनाई गई है.