पलामू, 22 जून (हि.स.)।पलामू में विकराल बिजली, पानी, बालू, खाद, बीज और चरमराई हुई स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे जन मुद्दे को लेकर शनिवार को भाजपा की पलामू इकाई के तत्वावधान में आक्रोश रैली निकाली गई और समाहरणालय का घेराव कर प्रदर्शन किया गया गया।
रैली की शुरुआत रेड़मा काली मंदिर के सामने इरिगेशन ऑफिस के मैदान से हुई जो की रेड़मा चौक ओवर ब्रिज होते हुए कचहरी में प्रवेश की और समाहरणालय पहुंचकर भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं सहित आम जनों ने आक्रोश प्रदर्शन किया एवं समाहरणालय का घेराव कर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री मनोज सिंह ने कहा कि पलामू में झुलसाने वाली गर्मी के बीच बिजली की कटौती और बूंद बूंद पानी के लिए तरसते लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। पलामू प्रमंडल के जलापूर्ति मंत्री होते हुए भी पलामू के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। सरकार बेफिक्र है। बालू की समस्या इतनी विकराल हो चुकी है कि बोरा से बालू लाने पर भी प्रशासन उनसे पैसे वसूल रहा है। पलामू चारों ओर से नदियों से घिरा हुआ है फिर भी लोग बालू के लिए तरस रहे हैं।
जिला अध्यक्ष अमित तिवारी ने कहा कि यह सरकार महिला, किसान और मजदूरों की विरोधी है। एक तरफ लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं ऊपर से नहाने के लिए तो दूर पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा। ठीक से बिजली नहीं मिल रही है। यदि बिजली-पानी, बालू गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था और खाद्य बीज के वितरण की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो भाजपा इससे भी बड़ा और उग्र आंदोलन छेड़ेगी।
डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने कहा कि अगर इस आक्रोश प्रदर्शन के बाद सरकार नहीं चेतती है तो आगे इससे भी बड़ा आंदोलन के लिए सरकार तैयार रहे। लोग घर बनाने के लिए भी बालू लाते हैं तो स्थानीय प्रशासन उनको पकड़कर उनसे पैसे वसूलता है और पैसे वसूली कर मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को कमीशन पहुंचाया जाता है। नगर निगम क्षेत्र में पानी की समस्या को जानबूझकर बढ़ाया जा रहा है ताकि टैंकर से पानी पहुंचाया जाए और सरकार को इसका बड़ा मुनाफा मिले।
पांकी विधायक शशि भूषण मेहता ने चंपाई सोरेन सरकार पर कई तरह के संगीन आरोप लगाए। कहा कि चंपाई सोरेन की सरकार जनता के लिए सबसे जरूरी बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधा देने में विफल रही है। विधायक छतरपुर पुष्पा देवी ने कहा कि झारखंड में खनिज संपदा की लूट मची है। रघुवर सरकार में जहां रोज 22 घंटे बिजली मिलती थी, चंपाई सोरेन के शासन में जनता पानी और बिजली के लिए त्राहिमाम कर रही है।