देहरादून, 12 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक ने कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा को देवभूमि आगमन से पूर्व उनकी पार्टी के महिलाओं के साथ किए अन्याय पर जवाब लेकर आने की चुनौती दी है।
उनका कहना है कि राज्य की मातृशक्ति जानना चाहती है कि महिलाओं के अपमान पर उनकी जुबान नहीं खुलती है और क्यों कभी पीएम से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक महिला होने के बावजूद आरक्षण का अधिकार नहीं दिया गया। सही मायनों में देखा जाए तो प्रियंका वाड्रा केवल एक योगदान ही गिनवा दें, जो उन्होंने उत्तराखंड के लिए करा हो। उनका आगमन केवल चुनाव के समय ही हो पाता है।
प्रियंका वाड्रा के दौरे को लेकर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक ने कहा कि मातृशक्ति की सामर्थ्य का प्रतीक देवभूमि उनसे कुछ जरूरी सवालों का जवाब अवश्य जानना चाहेगी। लड़की हूं लड़ सकती हूं, का नारा देने वाली प्रियंका वाड्रा की जुबान अपने नेत्रियों एवं वरिष्ठ नेताओं के महिला अपमान पर क्यों नहीं खुलती है। मातृशक्ति जानना चाहती है कि अन्याय के विरुद्ध वे एक लड़की होने के नाते क्यों नहीं लड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि ताजा प्रकरणों की बात करें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरजेवाला ने मथुरा से भाजपा महिला उम्मीदवार पर अश्लील टिप्पणी की लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अफसोस कि कुछ दिन पहले मंडी से भाजपा लोकसभा उम्मीदवार के विरुद्ध अपमानजनक पोस्ट करने वाली वरिष्ठ प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत पर वे एक शब्द नहीं बोलती हैं। इतना ही नहीं, अपनी इस नेत्री पर कार्रवाई करने के बजाय देवभूमि में न्याय पत्र के साथ भेजकर उसे सम्मानित करने का काम किया है।
उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि कांग्रेस और उनकी शीर्ष नेता महिला होकर भी महिला का अपमान भूल सकती है लेकिन मातृशक्ति बाहुल देवभूमि के लोग इस अपमान को कभी नहीं भूल सकते हैं। संसद और विधानसभा में महिला आरक्षण को लेकर भी प्रियंका को जवाब देना चाहिए कि तीन-तीन बार महिला प्रधानमंत्री एवं 23 वर्ष तक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के बावजूद कांग्रेस ने कभी मातृशक्ति को जन प्रतिनिधित्व में अपना अधिकार नहीं दिया। हनी पाठक ने कटाक्ष किया कि जब तक आप इन सवालों का जवाब नहीं देतीं, तब तक देवभूमि की जनता आपकी खोखली बातों पर विश्वास नहीं करने वाली है।