कोलकाता, 03 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण के बाद संदेशखाली सहित दक्षिण बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले होने और धमकी मिलने का सोमवार को दावा किया। हालांकि, उत्तर 24 परगना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संदेशखाली में स्थिति काफी हद तक शांतिपूर्ण है।
तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और जमीन हड़पने के आरोप लगने के बाद संदेशखाली मीडिया की सुर्खियों में रहा था। इन आरोपों के बाद, इलाके में फरवरी में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे।
भाजपा महिला मोर्चा की पश्चिम बंगाल प्रदेश प्रमुख फाल्गुनी पात्रा ने दावा किया कि संदेशखाली के कुछ गांवों में महिलाओं को तृणमूल समर्थकों से धमकियां मिल रही हैं और उन पर हमले हो रहे हैं। इलाके में पुलिस तृणमूल के गुंडो के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में गैर कानूनी तरीके से छापेमारी कर रही है।
कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ दल के अत्याचार के डर से गांव से पुरुष भाग गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि विभिन्न घटनाओं के सिलसिले में संदेशखाली में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि सोमवार को इलाके में अब तक कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ है।
अधिकारियों ने संदेशखाली की चार ग्राम पंचायतों में मंगलवार शाम तक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है।
दूसरी तरफ हुगली जिले के चिनसुरा में भी, भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थकों ने रविवार रात हमले किए।
हालांकि, चिनसुरा से तृणमूल विधायक असित मजूमदार ने सोमवार को आरोपों से इनकार किया है।