जम्मू, 25 जून (हि.स.)। भाजपा जम्मू और कश्मीर ने 1975 के आपातकाल की वर्षगांठ पर “काला दिवस” मनाया, जिसमें लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए कांग्रेस पार्टी की निंदा की गई। जम्मू के त्रिकुटा नगर में पार्टी मुख्यालय में, उन्होंने “लोकतंत्र सेनानी” को सम्मानित किया, जिन्होंने आंतरिक सुरक्षा अधिनियम, मीसा के तहत उत्पीड़न सहा।
जम्मू और कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आलोचना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी को संविधान का कोई सम्मान नहीं है और राहुल गांधी से अपनी दादी के कार्यों के लिए माफी मांगने को कहा। रैना ने न्यायिक भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग पर प्रकाश डाला जो आपातकाल की विशेषता थी।
अन्य उल्लेखनीय वक्ताओं में डॉ. देविंदर कुमार मन्याल, चंद्र मोहन शर्मा और अभिनव शर्मा शामिल थे। उन्होंने आपातकाल के दौरान अवैध संवैधानिक संशोधनों और मौलिक अधिकारों के दमन पर जोर दिया। उन्होंने इसकी तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संविधान के प्रति सम्मान से की।
इस कार्यक्रम में सांसद गुलाम अली खटाना, पूर्व सांसद शमशेर सिंह मन्हास और पूर्व एमएलसी अशोक खजूरिया जैसे प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। इसी तरह के कार्यक्रम जिलों में आयोजित किए गए, जिसमें भारत के इतिहास के इस काले अध्याय को याद रखने और उससे सीखने की भाजपा की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।