महाराष्ट्र चुनाव: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच लगातार असमंजस और रुकावटें देखने को मिल रही हैं। कभी-कभी इस राज्य में केवल चार पार्टियाँ ही सत्ता में होती थीं। जिसमें वह दो पार्टियों में बंटकर छह नई पार्टियों में बंट गई है. इससे महाराष्ट्र में शासन करना मुश्किल हो गया है. क्योंकि, छह पार्टियों में से किसी एक को पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना नहीं है।
महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार
ऐसे में महाराष्ट्र में गठबंधन की ही सरकार बनेगी और चुनाव के बाद स्थिति दिलचस्प हो सकती है. खासकर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर जो घमासान होगा उसमें सीटों की संख्या अहम होगी. इसको लेकर बीजेपी पहले से ही सतर्क है और रणनीति भी बना चुकी है. जिसकी चर्चा अभी से हो रही है.
बीजेपी की रणनीति
बीजेपी ने कुल 148 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि उसके 12 नेताओं को एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी से टिकट मिला है. यानी बीजेपी कुल 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिससे बीजेपी फिर से राज करने के लिए तैयार हो सके. इस मुद्दे पर महायुति में लंबी खींचतान चली और आखिरकार इस बात पर सहमति बनी कि बीजेपी के आठ नेताओं को एकनाथ शिंदे की शिवसेना से और चार को अजित पवार की एनसीपी से टिकट दिया जाए. इस तरह बीजेपी भले ही 148 सीटों पर लड़ेगी, लेकिन उसके कोटे में कुल 160 उम्मीदवार आए हैं.
यह रणनीति महायुति की जीत के लिए बनाई गई थी
विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी ने महायुति गठबंधन की सत्ता में वापसी के इरादे से यह रणनीति बनाई है. दूसरी पार्टियों से चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के 12 उम्मीदवार आखिरकार बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं, जिनमें कई दिग्गज नेता भी शामिल हैं.
मुंबा देवी सीट से शाइना के एनसी एकनाथ शिंदे, जबकि अंधेरी ईस्ट से मुरजी पटेल मैदान में हैं। इसके अलावा शिवसेना ने अंधेरी ईस्ट से मुरजी पटेल को मैदान में उतारा है. संजना जाथधव, राजेंद्र राउत, नीलेश राणे, राजेंद्र गावित, विलास तारे, संतोष शेट्टी भी शिवसेना से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा बीजेपी से संजय काका पाटिल, निशिकांत पाटिल, राजकुमार बडोले और एनसीपी से प्रतापराव पाटिल को टिकट दिया गया है.