कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता व आपसी तालमेल के अभाव में हारी भाजपा

लखनऊ, 24 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर मंगलवार को लोकसभा व विधानसभा के विस्तारकों की बैठक संपन्न हुई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने अलग-अलग सत्रों में विस्तारकों के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव में पार्टी के हार के कारणों की पड़ताल की। प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने भाजपा विस्तारकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह विदाई नहीं है। लोकसभा चुनाव की भूमिका समाप्त हुई है। आगामी जिम्मेदारी की तैयारी है। इस बैठक में अवध,गोरखपुर व काशी क्षेत्र के लोकसभा व विधानसभा विस्तारक बुलाये गये थे। जबकि पश्चिम, ब्रज एवं कानपुर क्षेत्र के लोकसभा, विधानसभा के विस्तारकों की बैठक हापुड़ में दो दिन पहले संपन्न हो चुकी है।

बैठक में लोकसभावार समीक्षा की गयी और विस्तारकों से इस संबंध में पूछताछ की गयी। अधिकांश लोकसभा व विधानसभा विस्तारकों ने पार्टी नेताओं में आपसी तालमेल का अभाव व बूथस्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता को हार की मुख्य वजह बतायी है। कई लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी व विधायकों के बीच सामंजस्य न होने के कारण भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। कुछ जिलों में भाजपा की जिला टीम के साथ प्रत्याशी का तालमेल नहीं बैठ पाया जिसके कारण प्रचार अभियान भी गति नहीं पकड़ सका। पार्टी की ओर से जो बूथ समिति व पन्ना समिति बनी थी, वह भी निष्क्रिय रही। इसके अलावा बूथस्तर पर मतदान के दिन वोटरों को निकालने का काम नहीं हुआ। परिणामस्वरूप मतदान कम हुआ, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा। कई लोकसभा सीटें भाजपा को अतिआत्मविश्वास के कारण भी गंवानी पड़ी।

बैठक में लोकसभा विस्तारक योजना के प्रमुख बृजबहादुर पाठक, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय, अवध के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा,गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय और काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।