दिल्ली चुनाव 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बीच आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हैं. आप का आरोप है कि बीजेपी की ओर से हर वोटर के लिए 10 हजार रुपये भेजे गए, लेकिन उनके नेताओं ने 9 हजार रुपये अपनी जेब में रख लिए और वोटरों को सिर्फ 1000 रुपये दिए. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को ऐसा दावा किया.
बीजेपी पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी को गली-गलूच पार्टी का नाम देते हुए कहा, ‘गली-गलूच पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा दिल्ली में वोट खरीदने के लिए 1100-1100 रुपये बांटे गए हैं. ये बात है दिल्ली की. खुलेआम वोट खरीदने की कोशिश की जा रही है. हमने मामले के तथ्य पर भी चर्चा की है।’ सूत्रों से मिली जानकारी अभी भी गंभीर है. दरअसल, गली-गलूच पार्टी के नेताओं को मतदाताओं को बांटने के लिए 10-10 हजार रुपये दिए गए थे. इन नेताओं ने सोचा कि अगर चुनाव हारना है तो पैसा कमाना ही बेहतर होगा. उन्होंने एक नया तरीका अपनाया. 9 हजार रुपये अपनी जेब में रखो और 1100-1100 रुपये बांट देना.’
भ्रष्टाचार में भी भ्रष्टाचार
इस बारे में सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘वोट खरीदने के लिए पैसे देना एक भ्रष्ट आचरण है. आचार संहिता लागू होने के बावजूद भी दिल्ली में खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है. लेकिन, इससे भी बड़ी बात यह है कि भ्रष्टाचार के भीतर ही भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इतना ही नहीं यह भ्रष्टाचार है, 1100 रुपए दिए जा रहे हैं। इसमें भी भ्रष्टाचार है कि 10 हजार में से 9 हजार रखे जा रहे हैं और 1100 रुपये दिए जा रहे हैं.’
केजरीवाल ने चुनाव आयोग से की शिकायत
आम आदमी पार्टी ने इससे पहले नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा पर पैसे बांटने का आरोप लगाया था. हालांकि प्रवेश वर्मा ने कहा, मैंने अपने पिता की संस्था के जरिए गरीब महिलाओं की मदद की है. एक दिन पहले ही केजरीवाल ने प्रवेश वर्मा के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी. उन्होंने बाहर आकर पत्रकारों से कहा कि, ‘मैंने मांग की है कि परवेश वर्मा को चुनाव लड़ने से रोका जाए और उनके घर पर छापा मारकर जांच की जाए कि उनके घर में कितना पैसा है।’