मोदी की रैलियों से मंडी-शिमला के भाजपा उम्मीदवारों को मिली संजीवनी

मंडी, 24 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को हुई दो रैलियों ने हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों में से दो मंडी और शिमला के उ मीदवारों को एक तरह से संजीवनी दे दी। मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को महिला सशक्तिकरण एवं बेटी पढ़ाओं-बेटी बढ़ाओ का संदेश दे गए हैं।

मोदी ने कहा कि आज भारत का भविष्य खेतों में ड्रोन उड़ाने वाली बेटियां है, लड़ाकू विमान उड़ाने वाली बेटियां हैं। इसलिए बहन कंगना हमारी केंडिडेट भर नहीं है ये हमारे नौजवानों और बेटियों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि एकदम नई फिल्ड में जाकर कैसे अपने दम पर सफल हो सकती है। ये इस विश्वास का प्रतिनिधित्व करती है।

उन्होंने कहा कि मैंने सैनिक स्कूलों और डिफेंस अकादमी के दरवाजे बेटियों के लिए खोल दिए हैं। फाइटर पायलट हो या पैसेंजर पायलट बेटियां सब जगह अपना लोहा मनवा रही है। उन्होंने कहा कि दस साल में केंद्रीय बलों में महिलाओं की सं या दो गुना से अधिक हो चुकी है। आने वाले पांच साल बेटियों केलिए बुलंद उड़ान के होने वाले हैं।

मोदी ने कांग्रेस को दकियानुसी सोच की संवाहक बताते हुए कहा कि अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या कहती है। कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना के लिए जो बातें कही है वो छोटीकाशी का अपमान, हिमाचल का अपमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है। मोदी ने हिमाचल को देवभूमि का दर्जा देते हुए कहा कि इस हिमाचल मेंं माता शिकारी, मां ज्वाला, मां चिंतपुर्णी और माता भीमाकाली की पूजा होती है। उस हिमाचल की बेटी का अपमान ऐसा अपमान आज तक कांग्रेस के शाही परिवार ने माफी नहीं मांगी है। मंडी रैली में अपने संबोधन में मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर रखते हुए बिना किसी का नाम लिए ताबड़तोड़ हमले किए है।

गर्मी के मौसम में चढ़ा सियासी पारा

इस वक्त मैदानों में ही नहीं बल्कि पहाड़ों में भी ज्येष्ठ महीने की गर्मी पड़ रही है। मौसम की इस गर्मी को नरेंद्र मोदी की इन रैलियों ने सियासी माहौल भी गर्म कर दिया है। अब जबकि प्रचार के महज छह ही दिन बचे हैं तो भारतीय जनता पार्टी जो प्रदेश की कुल चार सीटों में से दो शिमला व मंडी में कांग्रेस से कड़ी टक्कर में हैं, के लिए मोदी का आना बड़ी राहत माना जा रहा है। मंडी से कंगना रनौत का प्रदेश के सबसे बड़े व पुराने राजनीतिक घराने, राज परिवार वीरभद्र प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य से मुकाबला है। विक्रमादित्य को लेकर समूची कांग्रेस एकजुट होकर खड़ी हो गई है और भाजपा के लिए उन्होंने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।

कंगना रनौत की बयानबाजी को कांग्रेस ने प्रमुख मुद्दा बना रखा है और विक्रमादित्य मंडी संसदीय क्षेत्र जो क्षेत्रफल के लिहाज से देश के सबसे बड़ क्षेत्रों में शुमार है, को लेकर एक विजन जनता के सामने रख रहे हैं जबकि कंगना रनौत नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को लेकर ही चुनावी मैदान में है। कंगना रनौत के लिए राजनीति का नया अनुभव है मगर पूर्व मु यमंत्री जयराम ठाकुर उनके लिए जमकर पसीना बहा रहे हैं।

भाजपा के पक्ष में इतना जरूर है कि मंडी जिले की दस में नौ सीटों पर इस समय भाजपा के विधायक हैं जबकि कुल्लू जिले की दो व एक भरमौर में भी भाजपा का विधायक है। इसके बावजूद कांग्रेस के विक्रमादित्य अपने पिता वीरभद्र सिंह के विकास कार्यों को भी चुनाव के दौरान खूब भुना रहे हैं। उनकी सभाओं में भी खूब भीड़ उमड़ रही है। भाजपा के लिए परेशानी यह भी है इस समय 2014 या 2019 की तरह मोदी लहर नहीं है और न ही कोई मोदी फेक्टर ही ज्यादा दिख रहा है। अभी इन संसदीय क्षेत्रों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व कांग्रेस के बड़े नेताओं की रैलियां होनी हैं। देखना यह होगा कि नरेंद्र मोदी की रैली से जो भाजपा को संजीवनी व राहत मिली है व कांग्रेस की होने वाली रैलियों से कितनी बरकरार रहती है।