बीकानेर, 16 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा वार्ड कल देर रात हुए भीषण हादसे के बाद संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल प्रशासन भी अब अलर्ट मोड़ पर आ गया। अस्पताल में इस प्रकार का कोई हादसा नहीं हो इसके लिए पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ पीके सैनी ने शनिवार काे शिशु अस्पताल में बने एनआईसीयू की व्यवस्थाओ को चेक किया।
पीबीएम अधीक्षक डॉ पीके सैनी ने कहा कि झांसी में हुई घटना दुखद है। भीषण आग लगने से 10 नवजात बच्चों की झुलसने और दम घुटने से मौत हो गई थी। इसलिए उन्हाेंने भी एनआईसीयू की व्यवस्थाओ को चेक किया है। हालांकि कोई हादसा नहीं हो इसके लिए अस्पताल में अलग से आपदा प्रबंधन विभाग बना रखा है। एनआईसीयू में फायर अलार्म, स्मोक अलार्म के साथ फायर फाइटर एक्युमेंट लगा रखे है। समय समय पर इसकी जांच भी करवाते है। वही अस्पताल में आए बच्चो के परिजनों का कहना है की ऐसे हादसों को देखते हुए अस्पताल में अलग से इलेक्ट्रिशियन की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि हादसे को रोका जा सके।