बिहार में ठंड ने अपना कहर जारी रखा है। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी के चलते राज्य के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
बांका जिले में कक्षा 8वीं तक के सभी स्कूलों को 17 जनवरी तक बंद रखने की घोषणा की गई है, जबकि लखीसराय में ठंड के कारण 18 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी गई है। राज्य के अन्य जिलों में भी इसी तरह के आदेश जारी किए जाने की संभावना है।
आइए जानते हैं बिहार में ठंड के मौजूदा हालात, प्रशासनिक कदम, और लोगों को ठंड से बचाने के लिए दिए गए निर्देशों के बारे में विस्तार से।
ठंड के कारण स्कूलों को बंद रखने का आदेश
बिहार में लगातार गिरते तापमान और बढ़ती शीतलहर के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल बंद रखने का फैसला किया है।
बांका जिले में आदेश:
बांका में 8वीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल 17 जनवरी तक बंद रहेंगे। प्रशासन ने यह निर्णय स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर लिया है।
लखीसराय जिले में आदेश:
लखीसराय जिले में सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कक्षा 8वीं तक के स्कूल 18 जनवरी तक बंद रहेंगे। इसके अलावा, स्कूलों में अध्यापकों को भी एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार में ठंड का मौजूदा हाल
पिछले कुछ दिनों से बिहार में पारा लगातार गिर रहा है। कई जिलों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। शीतलहर और कोहरे की वजह से सुबह और शाम के समय सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है।
तापमान का हाल:
- पटना: न्यूनतम तापमान 5.6°C
- गया: न्यूनतम तापमान 4.5°C
- भागलपुर: न्यूनतम तापमान 6.2°C
- बांका और लखीसराय: तापमान 4°C के करीब
कोहरे का असर:
घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है। सुबह के समय वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है।
प्रशासन के एहतियाती कदम
ठंड और शीतलहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बिहार सरकार और जिला प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
स्कूल बंदी:
छोटे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही, ठंड कम होने के बाद स्कूलों के खुलने की स्थिति पर विचार किया जाएगा।
रैन बसेरों की व्यवस्था:
बिहार के सभी प्रमुख शहरों में रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है, जहां जरूरतमंद लोग ठंड से बचने के लिए आश्रय ले सकते हैं।
आम जनता के लिए सलाह:
- सुबह और शाम के समय घरों से बाहर निकलने से बचें।
- गर्म कपड़ों का उपयोग करें।
- ठंड में बीमार होने से बचने के लिए गरम पेय पदार्थों का सेवन करें।
लोगों की समस्याएं और समाधान
बढ़ती ठंड के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर, दिहाड़ी मजदूर और जरूरतमंद लोग इस मौसम से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
दिहाड़ी मजदूरों की मुश्किलें:
ठंड के कारण दिहाड़ी मजदूरों के काम-काज पर असर पड़ा है। ठंड में काम करना उनके लिए जोखिम भरा हो गया है।
प्रशासन की अपील:
प्रशासन ने अपील की है कि लोग जरूरतमंदों की मदद करें और ठंड के मौसम में उनके लिए गर्म कपड़े और कंबल दान करें।
ठंड से बचाव के लिए क्या करें?
1. गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें:
घर से बाहर निकलते समय जैकेट, टोपी, और दस्तानों का उपयोग करें। छोटे बच्चों को खासतौर पर ढककर रखें।
2. ठंडे पानी से बचें:
ठंडे पानी से नहाने से बचें। गुनगुने पानी का उपयोग करें।
3. गर्म पेय पदार्थ पिएं:
चाय, सूप, और अदरक वाली चाय जैसे गर्म पेय पदार्थ ठंड से बचाव में मदद कर सकते हैं।
4. जरूरतमंदों की मदद करें:
जो लोग ठंड से जूझ रहे हैं, उनकी मदद करें। रैन बसेरों की जानकारी दें और उन्हें कंबल दान करें।