बिहार में एक और पुल ढहने की घटना हुई है. बिहार के सीवान जिले में गंडक नहर पर बना पुल गिरने की घटना हुई है. हालांकि, घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुल टूटने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक तंत्र के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये.
आसपास के गांवों से संपर्क टूट गया
गंडक नहर पर बने पुल के ध्वस्त होने के बाद पहुंचे अधिकारी ने बताया कि यह पुल काफी पुराना था और पुल टूटने के कारण आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया है. यह घटना दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत की है सीवान जिला. ग्रामीणों के मुताबिक पुल काफी पुराना था लेकिन नहर दो साल पहले बनाई गई थी। इस नहर के निर्माण में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है.
नीतीश सरकार पर जोरदार हमला
आरोप लगाया जा रहा है कि नहर निर्माण में लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है. पानी के तेज बहाव के कारण पुल के खंभों से लगातार मिट्टी कटने के कारण इस नहर के निर्माण में लापरवाही बरती गई। जिससे पुल के पिलर कमजोर हो गए। उस वक्त विपक्ष ने इस मामले में नीतीश सरकार पर हमला बोला था. राष्ट्रीय जनता दल ने सोशल मीडिया माध्यम पर पोस्ट कर कहा कि यह तय है कि हर सप्ताह एक पुल टूटेगा.
यातायात पूरी तरह ठप हो गया
पुल टूटने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. गंडक नहर पर बना यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढ़ी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता है. इस पुल के सहारे हजारों लोग एक तरफ से दूसरी तरफ जाते थे. लेकिन अब लोगों को नजदीकी गांव जाने के लिए भी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. फिलहाल इस पुल के टूटने से बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी दिक्कत हो रही है.
क्या नहर का निर्माण लापरवाही से किया गया?
यहां सवाल यह है कि अगर यह नहर एक साल पहले ही बनी है तो क्या इस नहर का निर्माण लापरवाही से किया गया है? जिसके कारण यह पुल ढह गया. पुल टूटने से लोगों को रोजमर्रा के काम में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गांव के आक्रोशित लोगों ने पुल टूटने की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग की है. हाल ही में अररिया में बकरा नदी के पड़रिया घाट पर बना पुल भी अचानक ढह गया था.