विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने टिकट बंटवारे को लेकर भी एक नई रणनीति पेश की है।
टिकट बंटवारे में कोटा लागू
मुकेश सहनी ने कहा कि पार्टी की रीढ़ की हड्डी अति पिछड़ा समाज है, इसलिए 50% सीटें पिछड़ा, अति पिछड़ा और एससी-एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रहेंगी।
- बाकी 50% सीटों पर अन्य जाति और धर्म के लोगों को मौका मिलेगा।
- वीआईपी खुद को कर्पूरी ठाकुर के विचारों का अनुयायी बताती है और उसी आधार पर टिकट बंटवारा किया जाएगा।
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दलबदलुओं से सतर्क, पुराने वफादारों को मिलेगा मौका
मुकेश सहनी ने पिछले चुनाव में पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा:
“पिछली बार हमने कई लोगों को टिकट दिया, लेकिन जीतने के बाद वे दूसरी पार्टियों में चले गए। इस बार 11 साल से मेहनत कर रहे वफादार कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलेगा।”
उन्होंने यह बयान वाल्मिकीनगर में आयोजित दो दिवसीय प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में दिया।
गठबंधन को लेकर क्या कहा सहनी ने?
वीआईपी सुप्रीमो ने गठबंधन को लेकर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि:
- “हम टिकट मांगने वाले नहीं, बांटने वाले हैं। हमारी पार्टी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की क्षमता रखती है, लेकिन हम चाहते हैं कि गठबंधन हो।”
- जहां हमारे सहयोगी चुनाव लड़ेंगे, वहां हम उन्हें जिताने में मदद करेंगे।
- इस बार पार्टी का लक्ष्य 4 नहीं, बल्कि 40 विधायक जीतकर लाने का है।
60 सीटों पर चुनाव, 40-50 सीटों पर जीत का दावा
सहनी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो कम से कम 40-50 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
चुनाव की तैयारी शुरू करने का आह्वान
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अभी से चुनावी तैयारियों में जुट जाने की अपील की।
- सरकार बनने पर वीआईपी का उप मुख्यमंत्री होगा।
- पार्टी का 8-10% वोट बैंक है, जिससे वह 150 सीटों पर निर्णायक भूमिका में रह सकती है।
होली मिलन समारोह में कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश
बैठक के अंत में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जहां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अबीर-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं।