Bihar Assembly Election : पहले चरण की वोटिंग से ऐन पहले NDA में बड़ी सेंध, BJP के विधायक ललन कुमार RJD में शामिल
News India Live, Digital Desk : Bihar Assembly Election : बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. भागलपुर की पीरपैंती सीट से पार्टी के मौजूदा विधायक ललन कुमार ने बुधवार को 'कमल' का साथ छोड़कर 'लालटेन' थाम ली. यह दलबदल ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हुआ है, जब पहले चरण की सीटों पर चुनाव प्रचार थम चुका है और पार्टियां वोटिंग के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे रही हैं.
नेता प्रतिपक्ष और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने खुद ललन कुमार को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. इस मौके पर ललन कुमार ने तेजस्वी यादव को बिहार का 'वर्तमान और भविष्य' बताया और कहा कि वे 'तेजस्वीमय बिहार' बनाने के लिए आरजेडी में शामिल हुए हैं.
टिकट कटने का दर्द बना दलबदल का कारण
ललन कुमार के पार्टी छोड़ने के पीछे की मुख्य वजह इस बार के चुनाव में उन्हें टिकट न मिलना है. 2020 के विधानसभा चुनाव में, ललन कुमार ने पीरपैंती (आरक्षित) सीट पर आरजेडी उम्मीदवार को 27,000 से ज़्यादा मतों के बड़े अंतर से हराया था. उनकी जीत के बावजूद, बीजेपी ने इस बार उनकी जगह नए चेहरे मुरारी पासवान पर दांव लगाया है.
टिकट कटने से नाराज़ ललन कुमार ने कुछ दिन पहले ही अपने इस्तीफे में यह कहते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की थी कि बीजेपी को अब "मुखर दलित चेहरों की ज़रूरत नहीं रही." उनका यह कदम बीजेपी के लिए उस सीट पर मुश्किलें खड़ी कर सकता है, जहां दलित मतदाताओं की संख्या निर्णायक है.
RJD में शामिल होते ही बदले सुर
पार्टी बदलते ही ललन कुमार के तेवर भी बदल गए. उन्होंने सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कीं और लिखा:
"राष्ट्रीय जनता दल का कारवां बढ़ता रहे... तेजस्वी ही वर्तमान हैं, तेजस्वी ही भविष्य! जय भीम!!"
इस घटना ने पहले चरण के चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है. एक तरफ जहां आरजेडी को एक अनुभवी और मौजूदा विधायक का साथ मिला है, वहीं बीजेपी को अपने ही पुराने साथी से चुनौती का सामना करना पड़ेगा. देखना यह है कि चुनाव के ठीक पहले हुआ यह 'खेला' पीरपैंती की जनता के मन पर क्या असर डालता है.
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