बिग बॉस 18 के घर में एक नॉमिनेशन टास्क के दौरान करणवीर मेहरा को गंभीर चोट लगने का मामला सामने आया है। टास्क के दौरान करणवीर और रजत दलाल के बीच टकराव हुआ, जिसके बाद करणवीर के चेहरे से खून बहने लगा। हालांकि, टास्क वाले दिन करणवीर ने इस चोट पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन अगले दिन वह गुस्से में नजर आए। अब इस घटना पर बिग बॉस 15 के चर्चित प्रतियोगी उमर रियाज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उमर रियाज का बिग बॉस मेकर्स पर निशाना
उमर रियाज ने करणवीर मेहरा की चोट को लेकर अपने इंस्टाग्राम पर एक तीखी स्टोरी पोस्ट की।
उन्होंने लिखा:
“चेहरे पर चोट बकवास! काश मैं मेरे घाव दिखा पाता, जो टास्क के दौरान मेरे माथे पर आए थे। मुझे यकीन है कि चैनल ने वो नहीं दिखाया होगा, क्योंकि मैं उनका नेपोकिड नहीं था।”
उमर ने अपनी बात को मिडिल फिंगर इमोजी के साथ खत्म किया, जिससे उनके गुस्से और नाराजगी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बिग बॉस 15 में उमर रियाज का सफर
उमर रियाज बिग बॉस 15 के लोकप्रिय प्रतियोगियों में से एक थे।
- एग्रेसिव गेम: शो में उमर का आक्रामक पक्ष कई बार देखने को मिला।
- हिंसा का आरोप: प्रतीक सहजपाल के साथ हुई झगड़े के बाद उमर पर हिंसा का आरोप लगा, जिसके कारण उन्हें शो से बाहर कर दिया गया।
- उस समय भी उमर ने इस फैसले को भेदभावपूर्ण और अनुचित बताया था।
आसिम रियाज के भाई हैं उमर रियाज
उमर रियाज, बिग बॉस 13 के उपविजेता और चर्चित कंटेस्टेंट आसिम रियाज के भाई हैं।
- आसिम का सफर भी विवादों से भरा रहा था।
- बिग बॉस 13 में चर्चित झगड़े: आसिम और सिद्धार्थ शुक्ला के बीच हुई लड़ाइयों ने खूब सुर्खियां बटोरीं।
- इस साल, आसिम ने खतरों के खिलाड़ी में भी हिस्सा लिया। लेकिन वहां भी उनके झगड़ों की वजह से उन्हें शो से बाहर कर दिया गया।
करणवीर मेहरा की चोट का विवाद
करणवीर मेहरा और रजत दलाल के बीच टास्क के दौरान हुई झड़प में करणवीर के चेहरे पर चोट आई थी।
- चोट के बावजूद, करणवीर ने टास्क के दिन इसे नजरअंदाज किया।
- अगले दिन करणवीर ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया और इसे गंभीर मुद्दा बताया।
क्या बिग बॉस मेकर्स पर बढ़ रहे सवाल?
करणवीर की चोट और उमर रियाज के बयान के बाद बिग बॉस मेकर्स पर सवाल उठ रहे हैं।
- उमर ने अपनी चोट के अनुभव का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि चैनल ने जानबूझकर उनकी चोट को नजरअंदाज किया था।
- उमर ने इसे नेपोटिज्म से जोड़ते हुए कहा कि वह चैनल के “नेपोकिड” नहीं थे, इसलिए उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया।