केंद्रीय बजट 2025 से पहले वित्त मंत्रालय में उच्च-स्तरीय बदलाव किए गए हैं। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने कई महत्वपूर्ण पदों पर फेरबदल की मंजूरी दी है। इनमें सबसे अहम बदलाव रेवेन्यू डिपार्टमेंट और निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) से जुड़े हैं। इन नियुक्तियों का उद्देश्य बजट से पहले प्रशासनिक और आर्थिक कार्यों में गति लाना है।
तुहिन कांत पांडेय: रेवेन्यू सेक्रेटरी के तौर पर नई जिम्मेदारी
1987 बैच के ओडिशा कैडर के IAS अधिकारी और मौजूदा फाइनेंस सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडेय को रेवेन्यू सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। उनके पास पहले से ही DIPAM का सेक्रेटरी पद है, जिसे उन्होंने बड़ी कुशलता से संभाला है। अब, वह फाइनेंस सेक्रेटरी का दायित्व निभाते हुए रेवेन्यू सेक्रेटरी की भूमिका भी निभाएंगे।
पांडेय की पिछली उपलब्धियां
- एयर इंडिया के निजीकरण को सफलतापूर्वक अंजाम देने में अहम भूमिका।
- भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की ऐतिहासिक लिस्टिंग की निगरानी।
- DIPAM के प्रमुख रहते हुए पब्लिक एसेट्स के प्रबंधन और निजीकरण से संबंधित नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू किया।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और अनुभव
- पांडेय ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और यूके से MBA किया है।
- अपने करियर में उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर कई प्रमुख जिम्मेदारियां निभाई हैं।
- ओडिशा राज्य वित्त निगम (OSFC) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और ओडिशा लघु उद्योग निगम (OSIC) के मैनेजिंग डायरेक्टर जैसे पदों पर कार्य किया।
- इसके अलावा, वह संबलपुर जिले के जिला मजिस्ट्रेट भी रह चुके हैं।
अरुणिश चावला: DIPAM के नए सेक्रेटरी
1992 बैच के बिहार कैडर के IAS अधिकारी अरुणिश चावला को DIPAM का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। इससे पहले, चावला रेवेन्यू सेक्रेटरी के पद पर थे। अब वह DIPAM के साथ-साथ पब्लिक एंटरप्राइजेज विभाग (DPE) और संस्कृति मंत्रालय के सेक्रेटरी का अतिरिक्त कार्यभार भी संभालेंगे।
चावला का करियर और अनुभव
- 25 दिसंबर 2023 को चावला ने रेवेन्यू सेक्रेटरी का पदभार संभाला था।
- इससे पहले, वह रसायन और उर्वरक मंत्रालय में फार्मा सेक्रेटरी के तौर पर कार्यरत थे।
- चावला ने पब्लिक पॉलिसी और प्रशासन के क्षेत्र में कई प्रमुख निर्णय लिए हैं।
कैबिनेट के ये बदलाव क्यों महत्वपूर्ण हैं?
बजट की तैयारी पर सीधा असर
1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी। यह बजट ऐसे समय में आ रहा है जब देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए नए उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- रेवेन्यू डिपार्टमेंट की नई जिम्मेदारी पांडेय को सरकार की कर प्रणाली और राजस्व बढ़ाने की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का अवसर देगी।
- DIPAM के सेक्रेटरी के रूप में चावला सार्वजनिक संपत्तियों के प्रबंधन और विनिवेश कार्यक्रमों को नई दिशा देंगे।
बदलावों का उद्देश्य
- आर्थिक नीतियों को बेहतर ढंग से लागू करना।
- सार्वजनिक संपत्तियों के प्रबंधन और निजीकरण को गति देना।
- सरकारी राजस्व बढ़ाने के लिए ठोस उपायों को अमल में लाना।
पांडेय का वित्त मंत्रालय में योगदान
सितंबर 2024 में बने फाइनेंस सेक्रेटरी
पांडेय ने फाइनेंस सेक्रेटरी बनने के बाद कई अहम सुधारों को अंजाम दिया। उनके नेतृत्व में वित्त मंत्रालय ने कई सफल पहल कीं।
- एयर इंडिया का निजीकरण: दशकों से लंबित इस प्रक्रिया को उन्होंने सफलतापूर्वक पूरा किया।
- LIC की लिस्टिंग: भारतीय शेयर बाजार में यह एक ऐतिहासिक कदम था।
- DIPAM के तहत पब्लिक एसेट्स और विनिवेश योजनाओं को व्यवस्थित किया।
अरुणिश चावला की नई भूमिका
DIPAM में प्राथमिकता
DIPAM का प्रमुख बनने के बाद चावला का फोकस सरकारी कंपनियों के निजीकरण और पब्लिक एसेट्स के मैनेजमेंट पर होगा।
- वह पब्लिक एंटरप्राइजेज विभाग और संस्कृति मंत्रालय के अतिरिक्त कार्यभार को भी संभालेंगे।
- निजीकरण की लंबित परियोजनाओं को तेजी से लागू करना उनकी प्राथमिकता होगी।
राजस्व विभाग से अनुभव
चावला के पास राजस्व से जुड़े सुधारों का गहरा अनुभव है। यह उन्हें DIPAM में उनके कार्यों के लिए मददगार साबित होगा।