भुवनेश्वर भगदड़: आस्था और भक्ति के त्योहार रथयात्रा में रविवार को ओडिशा के पुरी में उस समय दुखद मोड़ आ गया जब भगवान बलभद्र का रथ खींचते समय भगदड़ मच गई.
इस हादसे में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. भगदड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गये. इसमें एक पुलिसकर्मी का पैर टूटने की खबर सामने आई है.
हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। घायलों को पुरी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना.
रविवार को पुरी में लोगों की भारी भीड़ थी और वे पूरे उत्साह के साथ रथयात्रा उत्सव मना रहे थे. भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु जुटे. शाम करीब 5:20 बजे पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने रथों की पूजा की और चेहरा पहरा की रस्म अदा की।
इसके बाद जैसे ही भगवान बलभद्र के रथ तालध्वज को खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई, भीड़ बेकाबू हो गई। कुछ ही देर में भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे और एक-दूसरे पर गिरने लगे। भगदड़ इतनी तेज थी कि लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला.
घायलों को पुरी के एक अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे लोगों को देखकर हर कोई दुखी था. डॉक्टरों की टीम ने घायलों का इलाज शुरू कर दिया है. कई घायलों को ऑक्सीजन पर रखा गया है. इस हादसे में मारे गए तीर्थयात्री की पहचान नहीं हो पाई है.
पुलिस उनके परिवार के सदस्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मृतक तीर्थयात्री ओडिशा के बाहर का रहने वाला था. स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि घायलों को हर संभव मदद दी जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.