भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बनेगा और गांधीजी के विचारों का प्रभाव बढ़ाएगा: भूपेंद्र पटेल

अहमदाबाद, 12 मार्च (हि.स.)। दांडी कूच के दिवस के अवसर पर मंगलवार को अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम में आयोजित ‘आश्रम भूमि वंदना’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पुनर्विकास प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने पुनर्विकसित कोचरब आश्रम का उद्घाटन भी किया।

इस अवसर पर अपने स्वागत संबोधन में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि बापू ने इस भूमि पर से 12 मार्च, 1930 को दांडी कूच कर ब्रिटिश शासन की दासता से देश को मुक्त कराने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन प्रारंभ किया था। आज उसी भूमि पर आजादी के अमृत काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट का शुभारंभ हो रहा है। यह हम सभी देशवासियों तथा गुजरात के लिए गौरव की बात है।

पटेल ने कहा कि महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम की स्थापना की; तब से लेकर यह आश्रम रचनात्मक कार्यों, मूलभूत सिद्धांतों, सत्याग्रह एवं आध्यात्मिक विचारों के प्रयोगों की केन्द्र भूमि रहा है। स्वतंत्रता से पहले अनेक जन आंदोलनों के निर्णय इस पवित्र भूमि पर से लिए गए हैं। इतन ही नहीं; देश की स्वतंत्रता का सपना भी इस भूमि पर से ही साकार हुआ है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट से साबरमती गांधी आश्रम आधुनिक भारत का तीर्थ बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2021 में अपनी आश्रम यात्रा के दौरान साबरमती गांधी आश्रम के पुनर्निर्माण का विचार व्यक्त किया था और वह विचार आज साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट नैतिकता, सत्व व तत्व का मूल बनाए रखने के साथ विश्व में धरोहर एवं गांधी विचारों तथा गांधी मूल्यों के नूतन स्वरूप में विस्तार का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर्व पर प्रधानमंत्री ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ तथा भारत को विश्व गुरु बनाने के विचार को साकार करने के लिए 12 मार्च, 2021 को गांधी आश्रम से ही दांडी यात्रा को प्रस्थान कराया था। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसे में आश्रम के पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के माध्यम से विकास एवं विरासत के जतन की गारंटी के अनुसार नया परिसर विरासत के गौरव को बढ़ाएगा।

अनूठी रही भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया

भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को अनूठी बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि आश्रमवासियों तथा न्यासियों के साथ संवाद एवं सहयोग से कानून के उपयोग के बिना भूमि अधिग्रहण कार्य पूर्ण हुआ है, जिससे नवनिर्माण का कार्य समय पर शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री ने 1200 करोड़ रुपये की बड़ी राशि की लागत से 55 एकड़ में आकार प्राप्त करने वाले नूतन परिसर में केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक सहयोग दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री का विशेष आभार व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने इस प्रोजेक्ट में सहयोग देने वाले सभी व्यक्तियों भी आभार व्यक्त किया।

1200 करोड़ रुपये का लागत, 55 एकड़ में प्रोजेक्ट

यहां उल्लेखनीय है कि 1200 करोड़ रुपये की लागत वाले प्रस्तावित 55 एकड़ में फैले इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य साबरमती आश्रम एवं उसके आसपास के इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास कर उनकी पहचान स्थापित करना और विजिटर्स-टूरिस्ट्स को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ गांधीजी को समर्पित एक विश्व स्तरीय स्मारक का निर्माण करना है। यह स्मारक भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बनेगा और गांधीजी के विचारों का प्रभाव बढ़ाएगा। यहां गांधीजी के दिव्य जीवन तथा आश्रम की भव्य विरासत को दर्शाने वाली सूचनाप्रद प्रदर्शनियों के साथ ही पूज्य बापू द्वारा साबरमती आश्रम में शुरू किए गए सत्याग्रह तथा स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाली इंटरेक्टिव प्रदर्शनियां भी देखने को मिलेंगी। इसके अलावा; यह परिसर विजिटर्स तथा टूरिस्ट्स के लिए व्याख्यान केन्द्र तथा फूड कोर्ट, सोवेनियर शॉप आदि जैसी सार्वजनिक सुविधाओं से युक्त होगा। इस प्रोजेक्ट में मुख्य आश्रम की सादगी तथा अधिकृत स्थापत्यों को बनाए रखते हुए 20 पुराने मकानों के संरक्षण, 13 मकानों के जीर्णोद्धार तथा 3 मकानों के पुनर्विकास को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य साबरमती आश्रम आने वाले लोगों के लिए शुद्ध, स्वच्छ, शांतिपूर्ण तथा हरियाला वातावरण बनाना है।

इस अवसर पर पर्यटन मंत्री मुलूभाई, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल व जगदीशभाई विश्वकर्मा, राज्यसभा के सांसद नरहरिभाई अमीन, अहमदाबाद पश्चिम के सांसद डॉ किरीटभाई सोलंकी, नवसारी के सांसद व प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटील, शहर की महापौर प्रतिभाबेन जैन, राज्य के मुख्य सचिव राज कुमार, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनथन, राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, स्मारक मंडल के न्यासी कार्तिकेय साराभाई, शहर के सभी विधायक, गांधीवादी, स्वच्छाग्रही सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।