गांधीनगर, 15 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने फ्यूचरिस्टिक डेवलपमेंट सेक्टर्स में गुजरात को आगे रखने का संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि गुजरात नवीकरणीय ऊर्जा नीति और ग्रीन हाइड्रोजन नीति जैसी नीतियों के क्रियान्वयन के माध्यम से ग्रीन फ्यूचर के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात उन्होंने रविवार को मुंबई में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम की ओर से आयोजित वार्षिक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कही। इस तीन दिवसीय फोरम में दुनिया के लगभग 40 देशों के 1000 से अधिक हिंदू बिजनेस एंटरप्रेन्योर भाग ले रहे हैं।
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर आयोजित इस फोरम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सरदार साहब को विनम्र भावांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश की आजादी के बाद अर्थव्यवस्था को पारदर्शी और आत्मनिर्भर बनाने में सरदार साहब द्वारा दिए गए विचारों का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने आज से 100 साल पहले 1925 में अहमदाबाद म्युनिसिपैलिटी में ग्लोबल टेंडरिंग का विचार दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने सहकारिता के विजन के साथ दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों की प्रेरणा दी और दुग्ध उत्पादकों को शोषण से बचाकर आत्मनिर्भर बनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था का आकार लगभग दुगुना हो गया है और भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अब उनके दूरदर्शी नेतृत्व में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री पटेल ने इस फोरम में ‘गुजरात : इंडस्ट्रियल पावर हाउस ड्राइविंग इकोनॉमिक ग्रोथ’ विषय पर अपने वक्तत्व में गुजरात द्वारा प्रधानमंत्री के दिशानिर्देश में किए गए वैश्विक विकास की ‘ग्रोथ जर्नी’ की प्रभावशाली प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि गुजरात को लगभग ढाई दशकों से नरेन्द्र मोदी के विकास विजन का लाभ मिला है। इसके परिणामस्वरूप देश के औद्योगिक उत्पादन में 16 फीसदी और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8 फीसदी से अधिक तथा निर्यात में लगभग 30 फीसदी योगदान के जरिए गुजरात इंडस्ट्रियल पावर हाउस के रूप में स्थापित हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि गुजरात नए उभरते क्षेत्रों में भी नेतृत्व करने को तैयार है। राज्य में तीन सेमीकंडक्टर प्लांट कार्यरत होने जा रहे हैं। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि देश की पहली मेक इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण भी गुजरात में ही होगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गर्व के साथ इस बात का उल्लेख किया कि धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स फैसिलिटी के कारण सेमीकंडक्टर और डिफेंस एंड एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए निवेश का श्रेष्ठ विकल्प बना है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत@2047’ के संकल्प को पूरा करने में विकसित गुजरात के माध्यम से आगे रहने के लिए विजन रोडमैप ‘विकसित गुजरात@2047’ तैयार किया है। पटेल ने ‘थिंक इन फ्यूचर-थिंक फॉर फ्यूचर’ की थीम के साथ आयोजित वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम 2024 की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उभरते स्टार्टअप और उद्यमियों के लिए मार्गदर्शन और नेटवर्किंग का मंच प्रदान करता है।
उन्होंने इस फोरम में भाग ले रहे उद्योग, व्यापार, अर्थव्यवस्था आदि क्षेत्रों के युवाओं एवं उद्यमियों को गुजरात में मौजूद विकास के अपार अवसरों का लाभ उठाने के लिए गुजरात में निवेश करने और उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया। फोरम के चेयरमैन स्वामी विज्ञानानंद ने सरदार साहब को भावांजलि देने के साथ ही आज के परिप्रेक्ष्य में उनके विचारों की प्रासंगिकता का उल्लेख किया। उन्होंने उद्योग, व्यवसाय, व्यापार, बैंकिंग और निवेश क्षेत्रों के अलावा विभिन्न प्रोफेशनल टेक्नोक्रेट्स और थिंकर्स के बीच वैचारिक आदान-प्रदान में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में फोरम की ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के वाइस चेयरमैन संजय खेमानी और सदस्यों सहित आमंत्रित अतिथि मौजूद रहे।