नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के विस्तारित बिल्डिंग के लिए सोमवार को भूमि पूजन समारोह हुआ। चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़, दूसरे जजों और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और अर्जुन राम मेघवाल ने फावड़ा चलाकर और नारियल तोड़कर इस काम की शुरुआत की। इस अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा भी हुई।
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि न्यायपालिका हमारे लोकतंत्र का बड़ा स्तंभ है। आज सुप्रीम कोर्ट के विस्तारित बिल्डिंग का भूमि पूजन पृथ्वी स्वयं, नारियल का जल, दीपक की अग्नि, वायु और आकाश सभी की साक्षी में हुआ। मेघवाल ने कहा कि विधायिका का नया भवन संसद बना। कार्यपालिका के लिए नया भवन सेंट्रल विस्टा बन रहा है और अब न्यायालिका का सुप्रीम कोर्ट के लिए भी विस्तारित भवन का भूमि पूजन हो गया। नई इमारत में नए कोर्ट रूम और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
इस मौके पर चीफ जस्टिस ने कहा कि नई इमारत सुप्रीम कोर्ट के विकास के साथ साथ शक्ति का भी प्रतीक है। उन्होंने इमारत के बारे में बताया कि मौजूदा सुप्रीम कोर्ट की इमारत रहेगी और विस्तारित हिस्सा पांच मंजिल का बनेगा, जिसमें 29 कोर्ट रूम और जजों के चैंबर होंगे। 17 जजों की संविधान पीठ के एक साथ बैठकर महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई के लिए भी कोर्ट रूम होंगे। पुस्तकालय, कैंटीन के अलावा यह इमारत पांच सितारा सुविधाओं के साथ ऑटोमेटिक गेट, लिफ्ट के साथ किसी भी आपातकालीन स्थिति में इमारत खाली करने के सभी उपायों से युक्त होगी।