फरवरी महीने का आखिरी प्रदोष व्रत कल रखा जाएगा। इस दिन भक्त शाम के शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। भौम प्रदोष व्रत विशेष रूप से मंगलवार को आने वाले प्रदोष व्रत को कहा जाता है और यह शिव जी की कृपा पाने के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। प्रदोष काल में पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं।
भौम प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त
पूजा का समय: 06:18 PM से 08:49 PM
अवधि: 2 घंटे 30 मिनट
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राशि अनुसार भौम प्रदोष के विशेष उपाय
मेष राशि – भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
वृषभ राशि – सफेद फूल भगवान शिव को अर्पित करें।
मिथुन राशि – शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं।
कर्क राशि – भोलेनाथ को कनेर के फूल अर्पित करें।
सिंह राशि – भगवान शिव को भांग का भोग लगाएं।
कन्या राशि – धतूरा शिवलिंग पर चढ़ाएं।
तुला राशि – पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें।
वृश्चिक राशि – शिव चालीसा का पाठ करें और विधिवत पूजा-अर्चना करें।
धनु राशि – “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
मकर राशि – शिव चालीसा का पाठ करें और शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शिव की पूजा करें।
कुंभ राशि – काला तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं और गंगाजल से अभिषेक करें।
मीन राशि – कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें ताकि शनि के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सके।
इस भौम प्रदोष पर, राशि अनुसार उपाय करें और भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करें। हर हर महादेव!