भूल भुलैया 3: दिवाली धमाका या निराशा? जानें फिल्म का पूरा रिव्यू

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1 नवंबर को बॉक्स ऑफिस पर अजय देवगन की सिंघम अगेन और कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया 3 के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। दिवाली के मौके पर दर्शकों के बीच यह फिल्में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। भूल भुलैया 3 के जरिए डायरेक्टर अनीस बज्मी एक बार फिर अपनी कल्ट क्लासिक हॉरर कॉमेडी लेकर आए हैं। इस बार कहानी में ट्विस्ट और ज्यादा डरावने हैं, लेकिन क्या यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतर पाई है? चलिए जानते हैं।

फिल्म की कहानी

भूल भुलैया 3 की कहानी कोलकाता के एक पुराने महल से शुरू होती है, जहां रूहान उर्फ रूह बाबा (कार्तिक आर्यन) ठगी और जालसाजी के लिए मशहूर है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब उसकी मुलाकात रक्त घाट की राजकुमारी मीरा (तृप्ति डिमरी) से होती है। मीरा, रूह बाबा को अपने महल में भूत भगाने के लिए बुलाती है, क्योंकि उसके पिता राजा साहब (विजय राज) का मानना है कि महल में 200 साल पुरानी डायन मंजुलिका का वास है।

महल में कदम रखने के बाद रूह बाबा को पता चलता है कि उसकी शक्ल राजघराने के दिवंगत राजकुमार से काफी मिलती है। पूरा परिवार उसे राजकुमार का पुनर्जन्म मान लेता है। लालच में आकर रूह बाबा मंजुलिका से छुटकारा दिलाने का जिम्मा ले लेता है। लेकिन कहानी में असली रहस्य तब शुरू होता है, जब दो महिलाओं, मल्लिका (विद्या बालन) और मंदिरा (माधुरी दीक्षित), पर मंजुलिका होने का शक गहराता है। दोनों की गतिविधियां डरावनी और संदिग्ध हैं।

कहानी का असली राज क्या है? मंजुलिका कौन है? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

एक्टिंग और परफॉर्मेंस

कार्तिक आर्यन:
कार्तिक आर्यन ने रूह बाबा के किरदार में अपनी पूरी कोशिश की है। लेकिन अनीस बज्मी ने उन्हें कई दृश्यों में अक्षय कुमार का क्लोन बना दिया है। उनकी बॉडी लैंग्वेज, कॉमिक टाइमिंग, और संवाद अदायगी, सब अक्षय कुमार की याद दिलाती है। इससे उनके किरदार की मौलिकता प्रभावित होती है।

तृप्ति डिमरी:
तृप्ति का प्रदर्शन औसत रहा। वह अपने किरदार में गहराई लाने में असफल रहीं और उनका स्क्रीन प्रेजेंस सीमित दिखा।

विद्या बालन और माधुरी दीक्षित:
विद्या बालन, जो पहले भाग में मंजुलिका के रूप में बेहद प्रभावी थीं, इस बार भी अपने अभिनय से छाप छोड़ती हैं। वहीं माधुरी दीक्षित का किरदार कहानी में रहस्य और रोमांच जोड़ता है।

सहायक कलाकार:
राजपाल यादव और विजय राज ने कॉमिक और सपोर्टिंग भूमिकाओं में दमदार प्रदर्शन किया। हालांकि, कुछ सहायक किरदारों को और बेहतर तरीके से विकसित किया जा सकता था।

फिल्म की तुलना ‘स्त्री’ से

भूल भुलैया 3 की अक्सर तुलना स्त्री 2 से की जाती है, क्योंकि दोनों ही हॉरर-कॉमेडी फ्रैंचाइजी हैं। हालांकि, स्त्री 2 अपनी पहली कहानी से जुड़ी हुई है, जबकि भूल भुलैया 3 स्वतंत्र है। इसमें पिछली फिल्म की लीड एक्ट्रेस कियारा आडवाणी के किरदार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई, जिससे कहानी में अधूरापन लगता है।

फिल्म की कमजोरियां

  1. स्क्रिप्ट की कमी:
    फिल्म में कुछ सवालों के जवाब नहीं दिए गए, जैसे कियारा के किरदार का क्या हुआ। यह दर्शकों के लिए निराशाजनक हो सकता है।
  2. निर्देशन:
    अनीस बज्मी की निर्देशन क्षमता इस बार पूरी तरह से असर नहीं छोड़ पाई। कहानी कई जगहों पर बिखरी हुई लगती है।
  3. अक्षय कुमार की छाया:
    कार्तिक का प्रदर्शन अक्षय कुमार की याद दिलाता है, जो उनके किरदार की ओरिजिनैलिटी को कमजोर करता है।

सिनेमैटोग्राफी और संगीत

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शानदार है। महल, रक्त घाट, और डरावने दृश्यों को प्रभावी तरीके से शूट किया गया है। देवी श्री प्रसाद का संगीत कहानी के साथ मेल खाता है। खासतौर पर बैकग्राउंड स्कोर डरावने माहौल को बढ़ाने में सफल है।

ओवरऑल रिव्यू

भूल भुलैया 3 अपने जबरदस्त विजुअल्स, डरावने सीक्वेंस, और हास्य के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने की कोशिश करती है। हालांकि, इसकी कहानी और निर्देशन में कई खामियां हैं, जो इसे भूल भुलैया फ्रैंचाइजी का एक औसत सीक्वल बनाती हैं।

क्या आएगा भूल भुलैया 4?
फ्रैंचाइजी की लोकप्रियता को देखते हुए, संभावना है कि डायरेक्टर अनीस बज्मी जल्द ही भूल भुलैया 4 पर काम शुरू करेंगे। लेकिन यह देखना होगा कि क्या अगली फिल्म में कहानी और निर्देशन को बेहतर बनाया जा सकता है।