कठुआ, 02 जुलाई (हि.स.)। जहाँ एक तरफ़ पशु तस्कर और बेज़ुबान जानवरों पर अत्याचार करने वाले आए दिन सक्रिय रहते हैं वहीं दूसरी ओर स्थानीय युवा इनको सबक़ सिखाने के लिए हर वक़्त तत्पर हैं।
ताज़ा मामला जिला कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र घाटी का है जहाँ पर एक बस चालक ने तीन बेज़ुबान मवेशियों को रौंदकर फ़रार हो गया। और सड़क पर तीनों मवेशियों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं इस हादसे की जानकारी पूर्व सरपंच रविंद्र सिंह और कुछ युवाओं को मिली। जिसके बाद वे घटना स्थल पर पहुँचे और हादसा देख उनका ग़ुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। उन्होंने इस घटना की जानकारी कठुआ पुलिस को दी और अपने साथियों के साथ बस का पिछा करते हुए कठुआ शहर के ड्रीम पार्क के पास पहुँचे और चालक को पकड़कर धुनाई की। इसके बाद चालक को वापिस घटना स्थल पर ले जाया गया। वहीं चालक ने भी अपनी गलती को क़बूला और माफ़ी मांगी। बाद में कठुआ पुलिस मौक़े पर पहुँची और उन्होने चालक को गिरफ़्तार कर लिया। पूर्व सरपंच रविंद्र सिंह ने बताया कि कठुआ ज़िले में पहले तो पशु तस्कर बाज़ नहीं आते वही अब इन बेज़ुबान जानवरों हो सड़क पर रौंदकर फ़रार होने वालों को भी बख़्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने बताया कि बस चालक औद्योगिक क्षेत्र घाटी से तेज गति से गुज़र रहा था इसी बीच उसने सड़क पर बैठे तीन बेज़ुबान मवेशियों को रौंद दिया और मौक़े से फ़रार हो गया। जिसका पिछा करते हुए कठुआ के ड्रीम पार्क पर उसे पकड़ा। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाएँ तो अक्सर आए दिन होती हैं लेकिन इंसानियत के तौर पर दुर्घटना के बाद चालक को रूकना चाहिए था और स्थानीय लोगों की मदद से मवेशियों को उपचार देना चाहिए था। लेकिन उसने ऐसा न कर मौक़े से फ़रार हो गया और तीनों बेज़ुबान मवेशी तड़पते रहे और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से अपील की है कि ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में भी इस तरह की क्रूरता कोई न दिखाए।