बेहतर विद्युत खरीद प्रबंधन से उपभोक्ताओं के टैरिफ में आई कमी: प्रबंध निदेशक 

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देहरादून, 18 नवंबर (हि.स.)। यूपीसीएल ने इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी अपनाते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 में वित्तीय वर्ष 2022-23 के सापेक्ष में रिकार्ड 22 प्रतिशत कम रेट पर शार्ट टर्म मार्केट से सस्ती बिजली प्राप्त की है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूपीसीएल की औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज 6.86 रुपये प्रति यूनिट थी, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22 प्रतिशत से घटकर 5.35 रुपये प्रति यूनिट हुई है।

यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने साेमवार काे बताया कि बाजार से सस्ती बिजली प्राप्त करने से उपभोक्ताओं के बिजली टैरिफ को कम किया गया है। इसके फलस्वरूप प्रदेशभर में कम दरों पर सुचारू विद्युत आपूर्ति संभव हो पाया है। औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज मूल्य में हुई घटोतरी से ओवरऑल पावर पर्चेज रेट भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में 5.48 प्रति यूनिट से 2.92 प्रतिशत घटकर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5.32 रुपये प्रति यूनिट हुई है। बेहतर पावर पर्चेज प्रबंधन से ही यूपीसीएल ने उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों में एफपीपीसीए मद में कुल 324 करोड़ यथा जुलाई 2024 में 39.06 करोड़ (0.30 रुपये प्रति यूनिट), अगस्त 2024 में 67.10 करोड़ (0.52 रुपये प्रति यूनिट), सितंबर 2024 में 28.88 करोड़ (0.23 रुपये प्रति यूनिट), अक्टूबर 2024 में 84.19 करोड़ (0.70 रुपये प्रति यूनिट) व नवंबर 2024 में 104.49 करोड़ (0.88 रुपये प्रति यूनिट)) तक की छूट भी दी गई है। विद्युत क्रय लागत में इस प्रकार हुई बचत की धनराशि को यूपीसीएल की ओर से मासिक आधार पर उपभोक्ताओं को विद्युत बिलों में छूट के रूप में दिया जा रहा है, जो श्रेणीवार न्यूनतम 26 पैसे से लेकर अधिकतम 101 पैसे प्रति यूनिट तक की दर्ज हुई है।