1. क्या है मामला?
बेंगलुरु में 34 वर्षीय एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला जमानत के आदेश के बाद फिर से चर्चा में है। 9 दिसंबर को उनके शव को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु स्थित घर में फंदे से लटका पाया गया। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक 24 पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो छोड़ा था, जिसमें उन्होंने पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, और साले अनुराग सिंघानिया पर उत्पीड़न और झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया था।
2. गिरफ्तारी और जमानत
निकिता को गुरुग्राम, जबकि निशा और अनुराग को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। बेंगलुरु सिटी सिविल कोर्ट ने तीनों आरोपियों को जमानत दे दी है।
- तीनों को दिसंबर में गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
- सरकारी वकील और अतुल सुभाष के परिवार ने जमानत का कड़ा विरोध किया।
3. परिवार का रुख
अतुल के परिवार ने जमानत आदेश को कर्नाटक हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी शुरू कर दी है।
- परिवार के वकील ने कहा, “हम सुसाइड नोट और वीडियो की फोरेंसिक जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। न्याय दिलाने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।”
4. गंभीर आरोप और सबूत
अतुल सुभाष ने सुसाइड नोट और वीडियो में उत्पीड़न के अलावा उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश पर भी आरोप लगाए थे।
- सुसाइड नोट में वैवाहिक तनाव और उत्पीड़न के गंभीर आरोप हैं।
- वीडियो वायरल होने के बाद इसे मुख्य सबूत माना जा रहा है।
5. पुलिस जांच जारी
पुलिस ने निकिता, निशा, अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। जांच में सभी पक्षों से पूछताछ जारी है।