बेंगलुरु इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामला: हर दिन नए खुलासे, पत्नी ने आरोपों से किया इनकार

Atul Nikita Case

बेंगलुरु के 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में हर दिन नए मोड़ सामने आ रहे हैं। पत्नी निकिता सिंघानिया ने अतुल द्वारा लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। पुलिस हिरासत में निकिता ने उल्टा दावा किया कि अतुल ही उन्हें प्रताड़ित करते थे।

निकिता का बयान: तीन साल से अलग रह रही थीं

निकिता सिंघानिया ने पुलिस पूछताछ के दौरान कहा कि वह पिछले तीन सालों से अतुल से अलग रह रही थीं।

  • उन्होंने तर्क दिया, “अगर मैं उन्हें पैसों के लिए परेशान करती, तो मैं उनसे दूर क्यों रहती?”

पुलिस कार्रवाई: निकिता और परिवार गिरफ्तार

बेंगलुरु पुलिस ने निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया, जबकि उनकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से पकड़ा गया।

  • गिरफ्तार आरोपी:
    • निकिता सिंघानिया (29)
    • निशा सिंघानिया (निकिता की मां)
    • अनुराग सिंघानिया (27, निकिता का भाई)
  • तीनों को अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

इस बीच, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया को अग्रिम जमानत दे दी है, जो इस मामले में आरोपी थे।

अतुल सुभाष का सुसाइड नोट: ‘न्याय अभी बाकी है’

अतुल सुभाष सोमवार को अपने फ्लैट में मृत पाए गए। पुलिस को उनके पास से 24 पन्नों का सुसाइड नोट मिला, जिसके हर पन्ने पर लिखा था,

“Justice is due” (न्याय अभी बाकी है)

सुसाइड नोट और वीडियो के मुख्य बिंदु:

  1. अतुल ने अपनी मौत का कारण घरेलू विवाद बताया।
  2. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी के परिवार ने 3 करोड़ रुपये की मांग की थी।
  3. अतुल ने जौनपुर की पारिवारिक अदालत के जज पर पक्षपाती रवैये का आरोप लगाया।
  4. उन्होंने कहा कि आठ झूठी पुलिस शिकायतें उनके खिलाफ दर्ज कराई गईं।
  5. उन्होंने अपने माता-पिता से बुढ़ापे में उनकी देखभाल न कर पाने के लिए माफी मांगी।

सोशल मीडिया पर बहस: कानूनों के दुरुपयोग का मुद्दा

अतुल सुभाष का 90 मिनट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कानूनों के दुरुपयोग को लेकर समाज में बहस छिड़ गई है। वीडियो में अतुल ने कहा कि उन्हें झूठे आरोपों और कानूनी लड़ाई की वजह से परेशान किया गया।

अतुल के परिवार की प्रतिक्रिया

अतुल के परिवार ने इस घटना के बाद न्याय प्रणाली पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा:

“देश में पुरुषों के लिए कोई कानून नहीं है। सारे कानून महिलाओं के पक्ष में हैं।”