कोलकाता, 03 जुलाई (हि.स.)। कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पुलिस को एक अजीबो-गरीब मामले में जबरदस्त फटकार लगाई है। राज्य के मंत्री अरूप राय के खिलाफ तालाब भरने का आरोप लगाने वाले एक युवक को पुलिस ने बिना किसी शिकायत गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। उस युवक का नाम इरशाद सुल्तान है। परिवार ने उसकी गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। बुधवार को न्याय मूर्ति अमृता सिन्हा की कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई।
न्यायाधीश ने पश्चिम बंगाल पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर कोई नागरिक किसी अवैध कार्य के खिलाफ गुस्सा जाहिर करता है तो क्या उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा? उन्होंने कहा कि इस मामले में क्या अरूप राय ने कोई शिकायत दर्ज कराई है। बंगाल पुलिस कह रही है की शिकायत दर्ज नहीं कराई है तो फिर क्यों गिरफ्तारी की गई? पुलिस इस तरह से लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप कर रही है।
न्यायाधीश ने युवक के गिरफ्तारी वाले दिन थाने का सीसीटीवी फुटेज संरक्षित करने का भी आदेश दिया और सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि उस युवक को आज रिहा किया जाना चाहिए। दरअसल इरशाद सुल्तान नाम के जिस युवक ने अरूप राय पर आरोप लगाया था वह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का ही कार्यकर्ता है। गुरुवार को राज्य सचिवालय में जब ममता बनर्जी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रही थीं, तब उसने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था जिसमें हावड़ा के कई वार्ड में तालाब भरने का आरोप अरूप राय पर लगाया था।