आयुर्वेद में यह कहा गया है कि हमारा शरीर वही खाना पचा सकता है, जो उसे पोषण में बदलता है। जो खाद्य पदार्थ हमारे शरीर में ठीक से पच नहीं पाते, वे धीरे-धीरे जहर के रूप में इकट्ठा होते हैं, जिससे विभिन्न बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। अगर आप बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना चाहिए। न्यूयॉर्क की होलिस्टिक डॉक्टर चिति पारेख ने एक ऐसा फूड बताया है जो हमारे लिए अत्यंत लाभकारी है। इसे एक हफ्ते तक खाने से आप न केवल एनर्जेटिक महसूस करेंगे, बल्कि पेट को भी डिटॉक्स कर सकते हैं।
आयुर्वेदिक सुपरफूड: खिचड़ी
प्रसिद्ध डॉक्टर नरेश त्रेहन ने हाल ही में एक इवेंट में बताया कि लंबी उम्र जीने के लिए साल में एक बार पंचकर्म कराना चाहिए। डॉक्टर चिति पारेख, जो एक इंटरनल मेडिसिन एमडी हैं, ने बताया कि पंचकर्म प्रक्रिया के तहत शरीर का डिटॉक्स किया जाता है, और इसके लिए विशेषज्ञ की मदद ली जाती है। हालांकि, अगर आप घर पर अपने डाइजेस्टिव सिस्टम को ब्रेक देना चाहते हैं, तो डॉक्टर चिति ने सुझाव दिया है कि एक हफ्ते तक सिर्फ खिचड़ी खाएं।
खिचड़ी का महत्व
डॉक्टर चिति ने रणवीर अलाहबादिया के पॉडकास्ट में बताया कि खिचड़ी दाल (प्रोटीन), चावल (कार्बोहाइड्रेट), और घी (फैट) का बेहतरीन कॉम्बिनेशन है। घी शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, और खिचड़ी पचाने में आसान होती है, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करती है। खिचड़ी खाने से शरीर की ऊर्जा खाना पचाने में कम खर्च होती है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और शरीर की मरम्मत के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्त होती है। एक हफ्ते तक सिर्फ खिचड़ी खाने से आप हल्का महसूस करेंगे और ऊर्जा में वृद्धि करेंगे।
खिचड़ी के साथ खाने की सलाह
डॉक्टर चिति ने फास्टिंग को भी डिटॉक्स का एक तरीका बताया। जो लोग केवल पानी पीकर उपवास नहीं कर सकते, वे केवल खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं। आप खिचड़ी के साथ कुछ फल या सूप भी ले सकते हैं, लेकिन ध्यान दें कि कच्चा और पका खाना एक साथ न खाएं। एक हफ्ते तक केवल खिचड़ी खाकर अपने सिस्टम को रीसेट करें, और फिर धीरे-धीरे हेल्दी फूड्स का सेवन शुरू करें।
इन उपायों को अपनाकर आप न केवल अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं, बल्कि अपने शरीर को भी डिटॉक्स कर सकते हैं।